रक्त दान से बड़ा कोई दान नहीं-सोनिया
विश्व रक्त दान दिवस पर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज खलीलाबाद संतकबीरनगर की व्यायाम शिक्षिका सोनिया ने कहा
कि जागरूकता की कमी से जहां अपने परिचितों ओर सगे संबंधियों को लोग खून देने से जहां परहेज करते है।इसका मुख्य कारण यह है कि जन जागरूकता की कमी होना।
तो आइए मिलकर हम सभी रक्तदान जैसे पुनीत कार्य में अपनी- अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें और समाज में इस विषय पर जन जागरूकता लाए। कि हम सब केवल अपनी ही नहीं बल्कि दूसरो की भी भलाई के लिए कार्य करे ।हम सब रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना योगदान देकर लोगो को जीवन दान दे। रक्तदान करने से व्यक्ति को बीमारी नहीं होती है बल्कि शरीर में नये रक्त का निमार्ण होता है। ब्लड डोनेशन से हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। डॉक्टर्स का मानना है कि ब्लड डोनेशन से खून पतला होता है। जो हिर्दय के लिए अच्छा होता है । नियमित ब्लड डोनेट करने से वह दूसरे बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है। क्यों कि शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकलता है। 3 महीने में एक बार ब्लड डोनेट करना चाहिए।ब्लोड डोनेट करने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा ठीक रहती है। और दिल की बीमारियां भी दूर रहती है। नियमित ब्लड डोनेशन से आप लंबे समय तक जवां भी बने रहते हैं और स्टॉक व हार्ट अटैक जैसी बीमारी से भी बचाव होता है।कोरोना कोविड-19 काल में लोगो के शरीर में जहा रक्त की कमी आई लोग अपनों की जॉन बचाने में ईधर उधर रक्त की तलाश में भटक रहे थे।रक्त की कमी से बहुतों की जान भी चली गई। इसलिए हम अपने देश के नवजवानों भाइयों से अपील कर रही हूं कि आइये विश्व रक्त दान दिवस पर यह संकल्प ले की रक्त के लिए किसी की जाने नहीं जाने देंगे। हमको यह भावना देश प्रेम के तरह जन जन तक पहुंचना है।की रकतदान ही महादान है । रक्तदान से बढ कर दुनिया में कोई दान नहीं है । हमारे आप के एक छोटे से प्रयास से देश के लाखो लाखो लोगो की जिंदगी बच सकती हैं।अगर आप के छोटे से प्रयास से किसी की जिंदगी बचती हैं ।तो आपको आत्म संतुष्टि मिलेगी। की मेरे वजह से किसी की जॉन बची।देश के हर एक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।