बस्ती। शत प्रतिशत दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए उन्हें घर पर ही शिक्षा (होमबेस्ड शिक्षा) दी जाएगी। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद बेसिक शिक्षाधिकारियों को पत्र भेजा है।
इसमें कहा गया है कि ऐेसे गंभीर दिव्यांग (शत प्रतिशत दिव्यांग) बच्चे जिन्हें शिक्षा नहीं मिल पा रही है, उन्हें शिक्षित किया जाएगा। जिससे वे आत्म निर्भर बन सकें। इसके लिए विशेष शिक्षक 15 दिव्यांग बच्चों के साथ पांच गंभीर दिव्यांग बच्चों का चयन करेंगे। जिन्हें शिक्षा दी जाएगी। बच्चों को पाठ्य सामग्री व सहायक उपकरण भी दिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच के मेडिकल बोर्ड की ओर से दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए स्पेशल शिक्षकों और फिजियोथेरेपिस्ट को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद वे विद्यालयों और गांव में भ्रमण करके गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करेगें। होम बेस्ड शिक्षा को सफल बनाने के लिए बीएसए, बीईओ और जिला समन्वयक समेकित शिक्षा को उत्तरदायी बनाया गया है। बीएसए और बीईओ कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग करेंगे।
बीएसए जगदीश शुक्ला ने बताया कि शासन की ओर से पत्र मिला है। जल्द जल्द से गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों का सर्वे कराया जाएगा। शासन के निर्देशों के क्रम में इस माह में प्रशिक्षण और फिर सर्वे का कार्य कराया जाएगा।