सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) योजना के तहत पंजीकृत मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है | का इलाज कराएं। जिले की 13 सीएचसी को योजना के तहत संबद्ध किया जा चुका है तथा आठ पर बाकायदा आयुष्मान मित्रों की तैनाती भी हो चुकी है। यह बातें सीएमओ डॉ. एके गुप्ता ने सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित आयुष्मान मित्रों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने बताया कि जो भी मरीज अस्पताल में आते हैं, आता है, अगर उसमें कोई आयुष्मान का लाभार्थी है तो उसे योजना लाभ जरूर दिलवाएं। उन्होंने आयुष्मान कार्ड धारकों से अपील की किया है कि वह अस्पताल जाते समय आयुष्मान कार्ड जरूर लेकर जाएं, और बेहतर सुविधा का लाभ उठाएं।
जिला समन्वयक डॉ. स्वाति त्रिपाठी ने बताया कि योजना में दो तरह के पोर्टल का संचालन होता है। गोल्डेन कार्ड बीआईएस (बेनीफिशिरी इंफार्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर तथा टीएमएस (ट्रांसैक्शन मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर मरीज का ब्यौरा अपलोड किया जाता है। जिस अस्पताल में पर जिस इलाज की सुविधा उपलब्ध है, वहां वह मरीजों को जरूर मिलनी चाहिए। डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन सिस्टम मैनेजर महेंद्र कुमार गुप्ता ने पोर्टल को संचालित करने के बारे में जानकारी दी। ऑनलाइन प्रदर्शन करके भी उसके संचालन की जानकारी दी गई। डीजीएम अजय मिश्र ने भी जानकारी दी।
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गोल्डेन कार्ड न होने पर भी नहीं रूकेगा इलाज
डॉ. स्वाति ने बताया कि अगर कोई आयुष्मान योजना का लाभाथी है, लेकिन उसके पास गोल्डेन कार्ड नहीं है तो भी उसके इलाज की प्रक्रिया रूकेगी नहीं। उसका राशन कार्ड या मोबाइल नंबर लेकर इलाज शुरू कराया जाएगा। कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
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6792 लोगों को किया जा चुका है लाभान्वित लाभांवित
आयुष्मान योजना के तहत अब तक 6792 लोगों को लाभान्वित लाभांवित किया जा चुका है। इसमें से 1848 ने गैर जनपद में इलाज कराया है। कई लोगों ने तो बड़े मेजर ऑपरेशन तक कराए हैं या है। योजना के तहत एक परिवार को एक साल में पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है। इलाज योजना के तहत में पंजीकृत सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में कराया जा सकता है।
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