बस्ती। डा. राम मनोहर लोहिया के प्रिय शिष्य छोटे लोहिया के रूप में प्रसिद्ध जनेश्वर मिश्र को उनके 87 वें जन्म दिन पर याद किया गया। पूर्व मंत्री रामकरन आर्य के विकास भवन केे निकट स्थित आवास पर आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में सपा नेताओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुये जनेश्वर मिश्र के योगदान पर प्रकाश डाला। समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि समाजवादी आन्दोलन के योद्धा जनेश्वर मिश्र का योगदान वैचारिक दृढ़ता के रूप में हमारे सामने है । डॉ लोहिया के विचारो को आत्मसात किये छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने तमाम युवाओ को समाजवादी संघर्ष व विचार से जोड़ा तथा राजनीतिक सक्रियता प्रदान की । डॉ लोहिया के विचारो के लिए संघर्ष करने वाले लोक बंधु राज नारायण को भी जनेश्वर मिश्र अपना नेता मानते थे । प्रखर वक्ता जनेश्वर मिश्र उर्फ छोटे लोहिया को समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला बताते हुये महेन्द्रनाथ ने कहा कि एक शिक्षक व अभिभावक की तरह उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं को ताकत दिया। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय ने जनेश्वर मिश्र के साथ बितायें क्षणों को स्मरण करते हुये अनुभवों को साझा किया। कहा कि जनेश्वर मिश्र समाजवादी आन्दोलन के एक योद्धा व विचारक के रूप में सदैव याद किये जायेंगे। कहा कि समाजवाद महज सियासी लफ्ज नहीं है, इसे किसी भी समाज का संपूर्ण आधार माना गया है। उपभोक्तावादी संस्कृति युवा वर्ग को वैचारिक रूप से पतन की ओर ले जाती है । इससे निकट भविष्य में ऐसा संकट पैदा होगा जिससे पार पाना आसान नहीं होगा । आज के हालात में छोटे लोहिया की यह चिंता वैश्विक चिंता बन चुकी है । उनका योगदान कार्यकर्ताओं के लिये सदैव अनुकरणीय रहेगा।
प्रखर समाजवादी जनेश्वर मिश्र के चित्र पर पुर्ष्पाचन कर उन्हें नमन् करने वालों में समाजवादी चिन्तक चन्द्रभूषण मिश्र, सिद्धेश सिन्हा, जावेद पिण्डारी, अरविन्द सोनकर, विजय विक्रम आर्य, महेश तिवारी, फूलचन्द श्रीवास्तव, मो. जावेद, मो. अहमद, अभिषेक उपाध्याय, जहीर अहमद, मेराज अहमद, परमात्मा चौधरी, अनिल निषाद, राम उजागिर गौतम, मो. हारिश, शिवमंगल यादव, आमिश खान, रवि गुप्ता, सूरज आदि शामिल रहे।