चण्डीगढ 31 जुलाई 2020 इन्दु/नवीन बंसल (राजनीतिक संपादक) -हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में हरियाणा प्रदेश के सीआइडी प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार राव के सेवानिवृत्त अवसर पर सम्मान विदाई परेड का आयोजन किया गया। 32 वर्ष के सफल सेवाकाल के बाद अनिल कुमार राव सेवानिवत्त हो रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर सशस्त्र पुलिस टुकड़ी की सलामी ली। अकादमी निदेशक योगिन्द्र नेहरा ने उन्हें स्मृतिचिन्ह भेंट किया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस सेवा मात्र नौकरी नहीं अपितु जनता की सेवा करने का सुअवसर है। जो भाग्यशाली लोगों को प्राप्त होता है। पुलिस विभाग में एक फरियादी को तुरन्त राहत प्रदान करने का मौका होता है। इसलिए पुलिस को आत्मसंवेदना, संवेदनशीलता से सामने वाले फरियादी की स्थिति को समझते हुए उसे कानून संगत राहत उपलब्ध कराने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने अपने जीवन में सफलता के लिए अपने गुरूजनों और अपने वरिष्ठ अधिकारियों तथा साथी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवनभर शिक्षार्थी बने रहना चाहिए। वर्तमान युवा पीढ़ी सूचना तकनीक के बारे में पुरानी पीढ़ी से अधिक जानकारी रखती है क्योंकि वो सूचना क्रांति के दौर में बड़ी हो रही है। इस क्षेत्र में बड़ों को इनसे भी सीखने में पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में हमेशा अच्छा करने का प्रयास करें। अच्छा करके अहंकार न करें क्योंकि अच्छा करना एक पुलिस अधिकारी का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि 32 साल के सेवाकाल में अनेक चुनौतियां उनके सामने आई हैं जिनका सामना करने की क्षमता पुलिस विभाग के साथी कर्मचारियों और अधिकारियों के सहयोग से विकसित हुई है। उनके पुलिस जीवन में सफलता का श्रेय साथी कर्मियों को जाता है।
सीआइडी प्रमुख अनिल राव ने सफलता का मूल मंत्र बताते हुए अपील की कि कामयाबी के लिए हमेशा अपनी चाल सीधी रखें, एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। सफलता के लिए छोटी या नियमों से हटकर पकड़ी राह पर चलने से मंजिल नहीं बर्बादी मिलती है।
मुख्य अतिथि ने समारोह के आयोजन के लिए अकादमी के निदेशक पुलिस महानिरीक्षक योगिन्द्र नेहरा एवं अकादमी के अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों का आभार प्रकट किया। परेड की कमान प्रोबेशनर आईपीएस कुलदीप सिंह ने संभाली।
इससे पूर्व अकादमी निदेशक योगिन्द्र नेहरा ने मुख्य अतिथि, उनके परिवारजनों एवं अन्य उच्च अधिकारियों तथा कर्मचारियों का स्वागत किया। उन्होंने मुख्य अतिथि के जीवन परिचय में बताया कि इन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान उपपुलिस अधीक्षक पद पर सोनीपत, ऐलनाबाद,गुरूग्राम, रोहतक, बल्लभगढ़, सफीदों,डबवाली, झज्जर व राज्य सर्तकता ब्यूरो में जिम्मेदारी निभाई। वर्ष 1994 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होकर पुलिस अधीक्षक पद पर पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद ग्रामीण, पलवल, कैथल, हिसार, रोहतक, जस्टिस चहल कमीशन, जस्टिस वर्मा कमीशन, सीआइडी व पुलिस मुख्यालय पर महिला सेल, एआईजी टी एण्ड टी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की असाधारण परिस्थितियों में उन्हें विशेषतौर पर हरियाणा सरकार ने नोडल अधिकारी नियुक्त किया। प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी में इनका कार्य उल्लेखनीय रहा है।
वर्ष 2010 में पुलिस उप महानिरीक्षक पद पर पदोन्नत होने उपरांत फरीदाबाद तथा गुरूग्राम के संयुक्त पुलिस आयुक्त नियुक्त रहे। पुलिस महानिरीक्षक के पद पर रोहतक, हिसार मण्डल तथा गुप्तचर विभाग हरियाणा की कमान संभाली। 29 अगस्त 2018 से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआइडी हरियाणा के पद पर नियुक्त थे इसी पद से आज सेवानिवृत हो रहे हैं।
मुख्य अतिथि को वर्ष 1999 में जीवन रक्षा के लिए प्रधानमंत्री पदक, वर्ष 2010 में सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक, वर्ष 2017 में वीरता पुलिस पदक, वर्ष 2018 में उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक तथा वर्ष 2019 में आसूचना सेवा में गृहमंत्री भारत सरकार द्वारा ‘असाधारण आसूचना कुशलता पदक’ से अलंकृत किया गया है।
कार्यक्रम के अंत में हरियाणा सशस्त्र पुलिस के महानिरीक्षक हरदीप सिंह दून ने मुख्य अतिथि, उनके परिजनों एवं समारोह में उपस्थित अन्य उच्च अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। परंपरा अनुसार जिप्सी को रस्से से खींचकर पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार राव पर पुष्पवर्षा करते हुए ससम्मान विदाई दी।
इस अवसर पर पूर्व पुलिस अधिकारी सुखदेव सिंह,पुलिस महानिरीक्षक केके राव, पुलिस महानिरीक्षक सौरभ सिंह, पुलिस महानिरीक्षक राजिन्द्र कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक मनीष चौधरी, पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी नरवाल, पुलिस उप महानिरीक्षक पंकज नैन, एसपी कुलदीप सिंह, एसपी कृष्ण मुरारी, एसपी हामिद अख्तर, एसपी सुरेन्द्र पाल सिंह, एसपी अभिषेक जोरवाल, एसपी राजेन्द्र कुमार मीणा, एसपी अशोक कुमार भारद्वाज, एसपी आस्था मोदी, एसपी राजेश कालिया, एसपी सुरेन्द्र सिंह भौरिया, एसपी सुमित कुमार, एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।