एटा 4 अगस्त 2020 इन्दु/नवीन बंसल (राजनीतिक संपादक) अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले उन्नाव सीट से सांसद साक्षी महाराज से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा पांच अगस्त को किए जा रहे मंदिर निर्माण के भूमिपूजन में कोई राजनीति नहीं है, लेकिन असली सियासत तो उस समय हुई थी जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने राम मंदिर के लिए शिलान्यास कराया था।
साक्षी महाराज ने मंगलवार को यहां अपने आश्रम में कहा कि मैं साक्षी हूं अयोध्या के पूरे आंदोलन का, बाबरी विधवन्स का, राम सिला पूजन का। जब से मैंने होश संभाला है इस आंदोलन से मैं जुड़ा हूं और एक एक घटना का मैं साक्षी हूं। मोदी जी के द्वारा किए जाने वाले राम मंदिर के शिलान्यास में कोई सियासत नहीं है, सियासत तो राजीव गांधी ने जो राम मंदिर के लिए शिलान्यास कराया था, सियासत उसमें थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में स्वर्गीय राजेश पायलट आंतरिक सुरक्षा गृह राज्य मंत्री थे, उन दिनों मंदिर आंदोलन का केंद्र मेरा दिल्ली का आश्रम था, पायलट रात में मेरे पास आए और पूंछा कि क्या करना है। मैने कहा था कि यदि आपको हिंदुओं का वोट चाहिए तो शिलान्यास कराकर मंदिर निर्माण होने दीजिए। सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए तो शिलान्यास मत करने दीजिए। शिलान्यास कराया गया, फिर रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि ये शिलान्यास सियासी शिलान्यास था।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा मंदिर के शिलान्यास पर अनर्गल बयानबाजी किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने राम भक्तों को जेल में ठूंसवा दिया था। साक्षी महाराज ने कहा कि भाजपा राष्ट्र की राजनीति करती है, राम के लिए राजनीति करती है लेकिन दिग्विजय सिंह एक परिवार की गुलामी करते हैं। एक परिवार के लिए राजनीति करते हैं। हम राम के लिए राजनीति करते हैं तो कोई बुरी बात नहीं, राम इस देश के आदर्श हैं।
साक्षी महाराज ने इस बात से इंकार किया कि उम्र और कोरोना को ढाल बनाकर राम मंदिर से जुड़े बड़े चर्चित लोगों को नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हजारों लोग राम मंदिर के लिए जान दे गए।
सांसद ने उच्चतम न्यायालय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को इसका श्रेय दिया। उन्होंने मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुस्लिम और हिन्दू भाइयों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह बताने की जरूरत नही कि मंदिर निर्माण के लिए किसका योगदान है। सबके योगदान के बारे में जनता को पता है। जिसका जो योगदान है उसे नकारा नही जा सकता।
साक्षी महाराज ने मोदी को अत्यधिक महत्व देने पर कहा कि जब समुद्र में पुल बन रहा था, वहां बड़े बड़े योद्धा थे नल, नील, अंगद थे पर प्रभु श्रीराम ने हाथ गिलहरी ऊपर रखा था और गिलहरी की चर्चा ज्यादा होती है। प्रभु श्रीराम की कृपा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ये सौभाग्य प्राप्त हुआ है। वे 22.50 किलोग्राम की चांदी की ईंट से राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास अपने हाथों से करेंगे। ये राम की कृपा है। प्रभु की कृपा के बिना पत्ता नहीं हिल सकता। प्रभु श्रीराम ने ये संयोग बनाया कि मोदी शिलान्यास करें। मोदी जी बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि पांच अगस्त बड़ा दिन है। इसी दिन धारा 370 हटाई गई थी। इसी तारीख को ही सैकड़ों सालों से लंबित अयोध्या में राम मंदिर को शिलान्यास होने जा रहा है। सांसद ने देश वासियों से अपील की है कि मोदी जी के शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर सभी पटाखे चलाएं, दीपक जलाएं, मिठाईया बांटे, खुशिया मनाएं, गाने गाए, भजन गाएं जो जैसे खुशी का इजहार कर सकता है करे।