बस्ती। विश्व स्तनपान सत्ता की शुरुआत 1991 मैं महिलाओं को स्तनपान के संबंध में जागरूक करने के लिए या गए कामकाजी महिलाएं को अपने कार्य के साथ स्तनपान कराने के लिए जागरूक होना चाहिए
मां का दूध बच्चों को शुरू से ही मजबूती प्रदान करता है एक तरफ से मजबूत नीव देता है जन्म के 1 घंटे के अंदर बच्चे को स्तनपान अवश्य कराना चाहिए क्योंकि गाढ़ा पीला पदार्थ जो निकलता है वह बच्चे के लिए रामबाण है
कोरोना संक्रमण काल में स्तनपान के संबंध में माता पिता दोनों को जागरूक करना आवश्यक है कोरोना से संक्रमित मां नियमों का पालन करके स्तनपान करा सकती है जैसे 20 सेकंड तक हाथ धुला मास्क लगाना तथा सनराइज करा कर विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार मां के दूध से कोविड-19 नहीं फैलता ऐसे नहीं मां के दूध को अमृत कहां जाता है
स्तनपान के फायदे
1 स्तनपान से बच्चों में दस्त निमोनिया का संक्रमण बहुत कम होता है
2 स्तनपान से बच्चों का दिमाग बहुत तेजी से विकसित होता है
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स्तनपान से मां को स्तन cancer ka Khatra kam Hota Hai
भावनात्मक 4 मां जितना भी लगाओ लगाओ लगाओh भावनात्मक लगाओ स्तनपान कराएं उसे कमजोरी नहीं होती
5 स्तनपान से मां का शरीर सुडोल होता ह
6 स्तनपान से मां बच्चे में भावनात्मक लगाओ अधिक होता है
मां क्या बच्चे को सर्दी जुखाम बुखार होने पर स्तनपान बंद नहीं करना चाहिए
स्तनपान कराने का सही तरीका
1 बच्चे की Todi मां के Ashton se छूना चाहिए
2 बच्चे का मुंह मां की ओर होना चाहिए
3 स्तनपान कराते समय बच्चे का कान कंधा एक लाइन में होना चाहिए
4 स्तनपान कराते समय बच्चे के नीचे उठो पर ही सहारा देना चाहिए केवल सर या कंधों पर नहीं
समस्याएं
1 ऑफिस में स्तनपान कराने की जगह नहीं होती
2 मजदूरी करें या बच्चे को स्तनपान कराएं
3 कुछ पारिवारिक रीति-रिवाजों के कारण भी समस्या आती है
समस्या कोई भी हो बच्चों से बढ़कर कुछ नहीं है बच्चों को स्तनपान से वंचित नहीं करना चाहिए यह उनका अधिकार है 6 माह तक Keval मां का दूध ही देना चाहिए मां के दूध से बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है बच्चे जल्दी बीमार नहीं पड़ते मां के दूध में पानी की मात्रा पर्याप्त होती है six month se 2 varsh Tak मां के दूध के साथ ऊपर से पौष्टिक चीजें देना चाहिए जब तक बच्चा स्तनपान करता रहे उसे कराते रहना चाहिए
मां का दूध अमृत इसीलिए यह मुहावरा प्रचलित है मां का दूध यह हो तो आ जाओ