बस्ती। पत्रकार को कैली हॉस्पिटल मैं बने कोरोना वार्ड मैं काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है एक तरफ जहां सरकार दावे कर रही है कि सब कुछ ठीक है वहीं सरकार यह जिला प्रशासन की पोल खुलती नजर आ रही है स्थानीय समाचार पत्र के संपादक कोरोना से जूझ रहे हैं ऐसे में ना तूने समुचित इलाज मिल रहा है और ना ही समुचित सुविधाएं। आइए आपको उनकी आपबीती बताते हैं जो उन्होंने स्वयं मीडिया को भेजा है ।
मै शिवसागर पाण्डेय सम्पादक " हिन्द सागर" हिन्दी समाचार पत्र निवासी मुहल्ला नरहरिया वार्ड सं. 01 नगर पालिका परिषद बस्ती। मैं दिनांक 31-07-2020 सायंकाल बस्ती स्थिति कैली अस्पताल में कोविड- 19 पाजिटिब के तौर पर रूम सं. 329 मे 04 अन्य मरीजों मे से एक शोहरतगढ थाने के नायब दारोगा, एक कलवारी थाने के हेड कानिस्टेबल, एक डीएम बस्ती के आवास पर डियूटी करने वाला होमगार्ड एवं शोहरतगढ़ की एक महिला के साथ भर्ती हूं। यहाँ की कुब्यवस्था मरीजों पर भारी पड रही है।
गर्म पानी की अप्रयाप्त ब्यवस्था, वार्ड मे 24 घंटे में केवल एक बार पोछा, सेनेटाइजिग की कोई व्यवस्था नही, नास्ते समय से नहीं बांटा जाता, बाटनें वाले आधे अधूरे लोगों को नास्ता दे कर चले जाते हैं जो छूट गया वह नास्ते से बंचित रह जाता है। सूगर के मरीजों के लिये अलग से नास्ता खाना की कोई व्यवस्था नहीं है खाना हो तो खावो वरना भूखो रहों। मैं भी शूगर का मरीज हूँ।
नास्ते और खाने का स्तर ठीक नहीं है। यहाँ काढा न दे कर चीनी वाली चाय दो बार मुश्किल से मिलती है। यहाँ के सभी अस्पताल कर्मी मरीजों की बात सुनने को तैयार नहीं हैं अधिक बात करने पर डाटने फटकारने पर उतारु हो जाते हैं। दो समय खाना एक समय हल्का नास्ता के अतिरिक्त कुछ भी नहीं मिलता है। कृपया इसे वायरल करे ताकि जिम्मेदारों तक यह पहुंच सके और यहाँ भर्ती मरीजों को और अच्छी सुविधा मिल सके। पत्रकार साथी कृपया इसे समाचार पत्रों में भी प्रकाशित करे।
अब सवाल ये उठता है की केवल जिला प्रशासन और सरकार के दावे हवा हवाई ही बनकर रह गई हैं।