बस्ती।09 अगस्त। केंद्र व प्रदेश की भजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किसानों,मजदुरो,छात्रों,नौजवानों के सांगठनिक पदाधिकारियो द्वारा 09 अगस्त के ऐतहासिक दिन को सीटू कार्यालय पर कोविड 19 के प्रोटो काल का पालन करते हुए झंडा व प्ले कार्ड लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन मेल के माध्यम से भेजा गया।
किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, महिला सहित ट्रेड यूनियनों के संयुक्त राष्ट्रीय आवाहन पर कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने, सरकारी व सार्वजनिक उपक्रमो के बेचे जाने, शिक्षा और स्वास्थ्य के निजी कारण किये जाने ,रोजगार और नौकरियों के समाप्त किये जाने, कोरोना के संक्रमण के फैलने पर रोक लगाने में विफल होने सहित किसान विरोधी अध्यादेश वापस लिए जाने,महिला उत्पीड़न ,यौन हिंसा को रोके जाने के कारगर कदम उठाए जाने ,गैर आयकर दाता परिवारो को 7500 रुपये दिए जाने ,सभी प्रकार के शिक्षा संबंधी फीस माफ किये जाने ,संविदा को समाप्त करते हुए नियमित किये जाने की मांगों को लेकर जनपद में सीटू, एटक,खेएमयू, किसान सभा,डीवाईएफआई,एसएफआई, इंकलाबी नौजवान सभा,मजदूर किसान मंच,बिजली कर्मचारी संघ, यूपीएमएसआरए, रसोइया,आंगनवाड़ी, आशा, जनवादी महिला समिति के पदाधिकारियों ने प्लेकार्ड और झंडों को लेकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कामरेड के के तिवारी ने सरकार पर आर्थिक नीतिओ जनता के हित मे काम करने में विफल बताते हुए कारपोरेट के लिए उसके इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शन में राम गढ़ी चौधरी,अशर्फी लाल, राम लौट, राज नारायण मिश्र,शेष मणि,नरसिंह भारद्वाज,वंदना चौधरी,रेणुबाला,गौरी शंकर,श्याम मनोहर जैसवाल, नवनीत यादव,दिनेश यादव,रमन कुमार, शिवाजी पासवान,भगवानदीन,रामअजोर,कृष्ण मुरली यादव आदि सम्मलित रहे।)