पानीपत 31 जुलाई 2020 इन्दु/ नवीन बंसल (राजनीतिक संपादक) पानीपत के बिंझौल में तीन बच्चों की मौत के मामले में गुरुवार को पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का मामला हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पास पहुंच गया है। विज ने शुक्रवार को इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल एसपी पानीपत को इस मामले की रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा। इसके कुछ घंटों के बाद ही पानीपत के डीएसपी खुद रिपोर्ट लेकर विज के निवास स्थान पर पहुंचे। पानीपत पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट से विज नाखुश दिखे और उन्होंने मामले की जांच करनाल एसपी को सौंपी है। विज ने करनाल के एसपी को दो दिन में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है और इस मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
*यह है पूरा मामला*
पानीपत के बिंझौल गांव का 10 वर्षीय वंश, 9 वर्षीय वरुण और 8 वर्षीय लक्ष्य 7 जुलाई को गांव से पतंग के लिए डोर लेने एक डाई हाउस में गए थे। आरोप है कि जब वह पतंग के लिए डोर खोज रहे थे तो डाई हाउस के मैनेजर ने उनको देख लिया। फिर उसने बच्चों की हत्या कर दी और डाई हाउस के पीछे बहने वाली माइनर में फेंक दिया। 8 जुलाई को तीनों के शव माइनर में मिले थे।
इसको लेकर गुरुवार 30 जुलाई को पीड़ित अपने कश्यप समाज के लोगों के साथ सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन करने आए थे। उनकी मांग थी कि आरोपी गिरफ्तार किए जाएं। गुस्साए लोगों ने जीटी रोड पर दोनों ओर जाम लगा दिया। पहले पुलिस अफसरों और फिर एसडीएम ने समझाया। डीएसपी संदीप की गाड़ी का घेराव किया तो पुलिस ने रोका। धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने लाठियां बरसा दीं। पुलिस समाज के नेताओं को उठाकर गाड़ी में डालकर ले गई। भड़के लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।
लघु सचिवालय से लाल बत्ती तक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बल प्रयोग कर खदेड़ा। राहगीरों पर भी लाठियां बरसाईं। इससे मृतक बच्चे अरुण की मां सुनीता, पिता बिजेंद्र, दादा इंद्रसिंह, दादी नीलम, मृतक बच्चे लक्ष्य की मां शकुंतला, नानी रोशनी, मृतक बच्चे वंश की दादी सोना, अनिल, अनीता, अशोक, खुशीराम, नारायणा के रणधीर, भादड़ के ओमप्रकाश और हरबीर, निम्बरी के विनोद सहित करीब 50 लोग घायल हो गए। पथराव में सीआईए-वन प्रभारी राजपाल, सीआईए-2 के हवलदार प्रमोद, सदर थाने के हवलदार संदीप समेत 10 पुलिसकर्मियों को मामूली चोट आई थी।