लखनऊ। तकनीकी का दुरुपयोग कर आम जनता की गाढ़ी कमाई को हड़पने वाले साइबर ठगों पर अब शिकंजा और तेजी से कसा जायेगा। इसके लिए बस्ती समेत 18 जिलों में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन खोलने को शासन ने हरी झंडी मिल गयी। इसीक्रम गुरुवार को बस्ती आईजी कार्यालय परिसर में साइबर थाना का बोर्ड लग गया। और सीयूजी नंबर और ईमेल आईडी भी जारी कर दी गई है। थाने में काम काज शुरू हो गया।
पुलिस रेंज परिक्षेत्र से जुड़े जिलों में होने वाले साइबर अपराध के मामले इन्हीं थानों में दर्ज होंगे। इन 18 थानों की स्थापना में करीब 111 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है, जबकि सात हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात किए जांएगे। जिसमें 1717 इंस्पेक्टर, 1717 सब इंस्पेक्टर, 3458 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल और सहायक टीम के रूप में 93 इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर और 186 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल होंगे।
इन जिलों में खुल रहे साइबर थाने
आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, बरेली, मुरादाबाद, बस्ती, गोंडा, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, अयोध्या, लखनऊ, नोएडा, सहारनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर, वाराणसी। लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पहले से साइबर थाना था।
यह होगी जिम्मेदारी
साइबर अपराधियों की धरपकड़ करना, आतंकी घटनाओं की तफ्तीश और आरोपितों की गिरफ्तारी, क्रेडिट व डेबिट कार्ड से हेराफेरी और फ्राड, इंटरनेट बैंकिंग से फ्राड, ऑनलाइन शापिंग में फ्राड, कंप्यूटरीकृत बैंक खातों में की जाने वाली हेराफेरी और सरकारी साइटों को हैक करने के मामलों की जांच साइबर थानों मे होगी।