बस्ती 2 अगस्त: महिलाओं व आम नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए संकल्पित होकर स्वास्थ्य एवं जागरूकता के क्षेत्र मे काम कर रही स्वयंसेवी संस्था ह्यूमन सेफ लाइफ फाउंडेशन द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत 1 से 7 अगस्त तक सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं को अपने बच्चों को स्तनपान (ब्रेस्ट फीडिंग) के प्रति जागरुक किया जा रहा है। ह्यूमन सेफ लाइफ फाउंडेशन के संस्थापक रंजीत श्रीवास्तव द्वारा बस्ती की जिला अध्यक्ष एवं जिला उपाध्यक्ष नियुक्त की गईं सिम्मी भाटिया एवं रीता पाण्डेय द्वारा व्हाट्सएप फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से महिलाओं को ब्रेस्ट फीडिंग के प्रति लगातार जागरुक किया जा रहा है। पदाधिकारीओ द्वारा लगातार ये संदेश दिया जा रहा है कि महिलाओं को मातृत्व बनने की जो अनुभूति प्राप्त होती है उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। मां अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए सभी कर्त्तव्यों को पूरा करती है, इसी के साथ उन्हें यह भी ध्यान रखना होगा कि बच्चों को स्तनपान कराना भी उनके भविष्य और स्वास्थ्य को लेकर बहुत जरुरी है। भागदौड़ के जीवन व आधुनिकता के इस दौर में कुछ महिलाएं बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग से वंचित कर देती हैं, वहीं कुछ महिलाएं फिगर मेंटेन करने को लेकर भी ब्रेस्ट फीडिंग से परहेज करती हैं जो महिला और उसके बच्चे दोनों के लिए हानिकारक है। रीता पाण्डेय ने कहा कि सभी महिलाओं को अपने शिशुओं को जन्म के 6 माह बाद तक ब्रेस्ट फीडिंग जरुर करानी चाहिए। इससे बच्चे स्वस्थ रहते हैं, उनमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता उत्पन्न होती है। मां का दूध बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून कैपेसिटी) बढ़ाने में अत्यंत ही सहयोगी सिद्ध होता है। जो बच्चे स्तनपान नहीं कर पाते उनका इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है। इसलिए प्रत्येक महिला का कर्तव्य है कि वह अपने बच्चे कि जीवन की रक्षा और भविष्य के लिए ब्रेस्ट फीडिंग अवश्य कराएं। सिम्मी भाटिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर अभी महिलाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है। शीघ्र ही वेबीनार का आयोजन कर महिलाओं को ब्रेस्ट फीडिंग के महत्व से अवगत कराया जाएगा। वहीं कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद वृहद स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। संस्थापक रंजीत श्रीवास्तव ने कहा कि ह्यूमन सेफ लाइफ फाउंडेशन का उद्देश्य मनुष्य के जीवन की रक्षा है और इसके लिए संस्था समर्पित होकर काम कर रही। जागरूकता अभियान मे फाउंडेशन कि जिला सचिव शबीहा खातून, स्वाती श्रीवास्तव, नीलम मिश्रा, ईना लखमानी, विनीता लखमानी, ज्योति पाण्डेय, नीलम सिह, डॉ विनोद अग्रहरी, एलके पाण्डेय आदि का सराहनीय योगदान रहा ।