कितनी होती तेज है कोरोना की धार।
फीका फीका लग रहा राखी का त्यौहार।।
राखी के त्यौहार पर कौन करें अब नाज।
बहिन भाइयों में हुई कितनी दूरी आज।।
एक दूसरे से नहीं मिलने की उम्मीद।
कुरौना ने कर दिया अति फीका बकरीद।।
आंख आंख में डालकर प्यार करो भरपूर।
गले लगाने के लिए करो ना तुम मजबूर।।
सोशल डिस्टेंसिंग रहे मेरे तेरे बीच।
क्योंकि कण-कण में जमा कोरोना का बीज।।
कार्यक्रमों उत्सवों पर अब तो है प्रतिबंध।
खुशियों के भी सुमन में मिलता नहीं सुगंध।।
डॉ. वी. के. वर्मा
चिकित्साधिकारी
जिला चिकित्सालय बस्ती