उस नारी की करूणा भरी व्यथा जिसका पति कोरोना की भेंट चढ़ गया!
सखी हमारी हो गयी अब तो सूनी माँग ।
कोरोना ने लिया मेरा अटल सुहाग ।
अब तो आंसू के सिवा और भला क्या पास ।
आ सकता हरगिज नही जीवन में मधुमांस ।
दिया विधाता ने मुझे बहुत भयंकर कष्ट ।
घर का रौनक हो गया क्षण भर में ही नष्ट ।
चला गया परलोक में मेरे मन का मोर ।
घोर अंधेरा छा गया अब तो चारो ओर ।
कोरोना ने कर दिया मेरा सबकुछ नाश ।
जीवन से अब हो गयी सचमुच सखी निराश ।
#आज_के_तीन_मुक्तक
(1)
हाथ किसी का अब मत गहिए,
भावुक्ता में तनिक न बहिए।
’डाक्टर वर्मा’ हर प्राणी से,
दो गज की दूरी पर रहिए।
(2)
जब भी घर से बाहर जायें,
अपने मुख पर मास्क लगायें ।
है विपरीत परिस्थिति ’वर्मा’,
कोरोना को दूर भगायें ।
(3)
कोरोना से मुक्ति दिलायें,
’वर्मा’ अब सतर्क हो जायें।
इससे छुटकारा पाने को,
आध्यात्मिक शक्ति बढ़ायें।
#डा_वी_के_वर्मा
चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय-बस्ती
मो.नं.-9415163328