संतकबीरनगर । (जितेन्द्र पाठक)। यूं तो जिले के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान सूर्या इण्टरनेशनल एकेडमी मे नामांकन प्रक्रिया जून के अंत मे ही बन्द कर दी गई थी, लेकिन जैसे जैसे सूर्या का आॅनलाइन स्टडी सिस्टम संस्थान के नौनिहालों को रास आ रहा है तो नामांकन से वंचित रह गये अन्य छात्र छात्राओं मे भी अपने शैक्षणिक कैरियर के पिछड़ने की चिन्ता बढने लगी। ऐसे मे सूर्या इण्टरनेशनल एकेडमी के मैनेजिंग कमेटी ने नामांकन से वंचित रह गई प्रतिभाओं के प्रवेश के लिए एक और मौका देने का फैसला किया है। कमेटी के इस फैसले का असर बुधवार को सूर्या कैम्पस मे देखने को मिला। नामांकन के लिए अभिभावकों की उमड़ी भीड़ ने शोशल डिस्टेंसिंग के चलते एक बार तो कैम्पस मे मौजूद सिक्योरिटी के माथे पर भी चिन्ता की लकीरें डाल दिया। हालांकि तत्काल गेट के बाहर से ही अभिभावकों को शोशल डिस्टेंसिंग के मापदण्डों के अनुसार एक साथ दो दो लोगों को ही अपने पाल्यों के नामांकन के लिए भीतर जाने की अनुमति मिली। गेट मे प्रवेश करते ही लोगों को कैम्पस के कोरोना कवच से लैस होने का आभास स्वतः ही होने लगा। सेनेटाइजर मशीनों से गुजर कर अभिभावकों को थर्मल स्कैनिंग की प्रक्रिया को भी पूरी करनी पड रही है। बेहद सुरक्षित माहौल मे बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित कराने के बाद कैम्पस से बाहर निकलते अभिभावकों के चेहरे पर राहत के भाव नजर आ रहे थे। एकेडमी के मैनेजिंग डायरेक्टर डा उदय प्रताप चतुर्वेदी ने बताया कि हमें बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा दोनों की फिक्र है। नामांकन प्रक्रिया बन्द होने के बाद सुरक्षा को लेकर असमंजस मे पड़े अभिभावकों को बच्चों के शैक्षणिक कैरियर को लेकर चिन्ता हुई संस्थान मे नामांकन कराने की सिफारिश भी शुरू हो गई। आखिर मे मैनेजमेंट कमेटी ने नामांकन के लिए एक और मौका देने का निर्णय लिया। संस्थान जिले के होनहार नौनिहालों के कैरियर के प्रति सजग है। उन्होंने आॅनलाइन स्टडी सिस्टम को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को भी धन्यवाद दिया।