बस्तीः नगरीय स्वास्थ्य के नोडल अधिकारी डॉ. एके कुशवाहा ने कहा है कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की पहचान में सावधानी बरती जाए। मरीज का ब्यौरा फार्म पर भरकर सूचना कार्यालय को देना होगा। परिवार को अस्पताल जाकर जांच कराए जाने के लिए प्रेरित किया जाए। शासन की गाइड लाइन के अनुसार काम करके ही कोरोना महामारी पर काबू पाया जा सकता है।
यह बातें उन्होंने सीएमओ कैम्प कार्यालय सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम में शहरी क्षेत्र की 25 आशाएं शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि शहर के 20 कंटेंनमेंट जोन में विशेष सर्वे कार्यक्रम चल रहा है। इसका उद्देश्य संभावित मरीजों की पहचान करना व गैर उपचारित मिले लोगों के परिवार की काउंसलिंग कर उन्हें क्वारंटीन होने का महत्व बताना है। एआरओ बीएन मिश्रा और सचिन कुमार ने कहा कि उन्हें जो फार्मेट दिया गया है, उसे भलीभांति समझ लें।
किसी के घर जाने पर परिवार के लोगों से पूछकर उसे भलिभांति भरें। इस बात का ध्यान रखें कि अगर किसी को बुखार, खांसी व सांस लेने में परेशानी है तो बुखार आदि की जांच कर उसे तत्काल अस्पताल भिजवाएं। इसी के साथ परिवार में इस बात का भी पता करें कि कोई शुगर, बीपी, एडस, हार्ट आदि का मरीज है तो उसका भी विवरण दर्ज करें। इस काम में जरा भी लापरवाही न बरतें। प्रशिक्षण में रोहन धवन, पलक श्रीवास्तव, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अजय, यूनीसेफ की शमा परवीन, आशा रजनी, सोनाली, पुष्पलता, पुष्पा, प्रतिभा सहित अन्य कार्यक्रम में शामिल रहे।
दो आरआरटी ने शुरू किया काम
नगरीय क्षेत्र में दो रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) ने काम करना शुरू कर दिया है। दोनों टीम में एक-एक डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ व राजस्व और पुलिस कर्मी शामिल है। इस टीम की सक्रियता से गैर उपचारित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने व परिवार के लोगों को क्वारंटीन करने के काम में तेजी आई है। आईडीएसपी के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि शहर में आरआरटी न होने से समस्या हो रही थी। इधर शहर में केस बढ़ने पर यहां पर विशेष कार्रवाई की जा रही है। सभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कोरोना जांच में भी तेजी लाई गई है। सर्विलांस कार्यक्रम से भी कोरोना संक्रमण रोकने में सहायता मिलेगी।