बस्ती: कानपुर की घटना के बाद बस्ती पुलिस ने भी कमर कस ली है। यूं तो जिले में कुल 32 गैंग पंजीकृत हैं, मगर इनमें से दर्जन भर गैंग ऐसे हैं जो लगातार सक्रिय रहकर वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। शातिर अपराधी रघुवीर सिंह, अंकित पांडेय, हुकुम सिंह, दीपक सिंह, मंगल पांडेय, धोनी तिवारी के अलवा परशुरामपुर थाना क्षेत्र में सक्रिय राजेश सिंह का गैंग पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। रघुवीर सिंह, अंकित पांडेय, हुकुम सिंह व दीपक सिंह जैसे शातिर अपराधी पुलिस के लिए अब भी सिरदर्द है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अपना संजाल फैला दिया है।
जिले में अपराधियों के कुल 32 गैंग पंजीकृत हैं। सक्रिय अपराधियों की संख्या 165 हैं। कोतवाली सहित कुल 16 थानों में 655 हिस्ट्रीशीटर हैं। इनमें नगर थाने में 52, कोतवाली में 54, दुबौलिया में 36, कप्तानगंज में 20, पुरानी बस्ती में 61, वाल्टरगंज में 53, छावनी में 51, गौर में 32, कलवारी में 29, पैकोलिया में 25, रुधौली में 27, सोनहा में 26, हर्रैया में 55, परशुरामपुर में 57, मुंडेरवा में 31 और लालगंज थाने में 46 हिस्ट्रीशीटर शामिल हैं। जिले में कुल 36 पुरस्कार घोषित अपराधी हैं जिनमें से अब तक 28 को ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि जनपद में पुलिस बेहतर काम कर रही है। इस वर्ष अब तक 28 पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस कर चुकी है। शेष आठ की तलाश की जा रही है। इनकी गिरफ्तारी के लिए संबंधित थाने की पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम और एसओजी भी लगाई गई है। मुखबिर तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है।