’’वर्मा’’ वह दिन कब आयेगा,
जब कोरोना जायेगा।
कब तक घुट-घुट रहना होगा,
इसी तरह दुख सहना होगा।।
तुम्ही बताओ ’वर्मा’ कब तक,
कोरोना से मरना होगा।
कब धरती पर फूल खिलेंगे।
कब भौरा मंडरायेगा।।
’’वर्मा’’ वह दिन कब आयेगा,
जब कोरोना जायेगा।
कब पुलकित होगा हर गात,
कब आयेगा सुखद प्रभात।
कहती मासूका प्रेमी से,
कब हम दोनो होंगे साथ।।
कब होगी सामान्य जिंन्दगी।
कब मौसम लहरायेगा।
’’वर्मा’’ वह दिन कब आयेगा,
जब कोरोना जायेगा।।
डा. वी. के. वर्मा
चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय-बस्ती
मो.नं.-9415163328