स्वास्थ्य । पॉलिसिस्टिक ओवरी डिसीज यानी पीसीओडी आज के समय में महिलाओं में एक आम समस्या बनती जा रही है। हालांकि यह उतनी भी आम परेशानी नहीं है। इसके कारण महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने पर महिला को कई तरह की परेशानी होती है। यह स्वास्थ्य समस्या होने पर महिला के अंडाशय में छोटी−छोटी गांठ बन जाती है, जिसके कारण महिला को मासिक धर्म के साथ−साथ गर्भधारण में भी कई तरह की परेशानी होती है। इतना ही नहीं, यह स्वास्थ्य समस्या उन्हें भावनात्मक रूप से भी काफी परेशान करती है। हालांकि इससे बचना इतना भी मुश्किल नहीं है। आप कुछ आसान उपाय अपनाकर पीसीओडी से खुद को दूर कर सकती हैं−
जानिए कारण और लक्षण
पीसीओडी से बचाव करने के लिए जरूरी है कि सबसे पहले महिला इसके कारणों व लक्षणों को पहचानें। हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि पीसीओडी की समस्या होने पर महिलाओं में अलग−अलग लक्षण नजर आते हैं। मसलन, किसी महिला का वजन काफी तेजी से बढ़ता है तो किसी महिला के चेहरे व शरीर के अन्य अंगों पर काफी बाल नजर आते हैं। इसी तरह पीसीओडी में महिला को पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं होती है। वहीं अगर इसके कारणों की बात हो तो इसके पीछे का मुख्य कारण बदलते लाइफस्टाइल को माना जाता है। बहुत अधिक तनाव, नाइट शिफ्ट में काम करना, स्मोकिंग करना, आदि कुछ पीसीओडी के कारण हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि पीसीओडी से बचने के लिए जरूरी है कि सबसे पहले आप अपनी लाइफस्टाइल को बदलें। चूंकि यह स्वास्थ्य समस्या सीधे तौर पर आपकी लाइफस्टाइल से जुड़ी है, इसलिए लाइफस्टाइल में बदलाव के जरिए ही इस समस्या से बचा जा सकता है। मसलन, आप अपने भीतर तनाव के स्तर को कम करने की कोशिश करें। इसके लिए आप योगा, मेडिटेशन, वॉक करना आदि एक्टिविटी करें। इससे ना सिर्फ तनाव कम होता है, बल्कि वजन भी नियंत्रित होता है। इसके अलावा हेल्दी डाइट लें और बाहर के खाना या फिर प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं। इसके अलावा अपने बॉयोलाजिकल क्लॉक को डिस्टर्ब ना होने दें। मसलन, रात में समय पर सोएं और सुबह नियत समय पर उठें। धूम्रपान व शराब पीना जैसी बुरी आदतों से दूर रहें।
मिताली जैन