संतकबीरनगर, लॉकडाउन के दौरान जिले की विभिन्न स्वास्थ्य इकाईयों में बन्द रही ओपीडी ( वाह्य रोगी विभाग ) में अब स्थितियां सामान्य हो रही हैं। ओपीडी पुन: खुलने के बाद जनपद में कुल 17949 मरीज देखे गए, जबकि 688 मरीजों को भर्ती भी किया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोहन झा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर ओपीडी सेवा स्थगित कर दी गई थी। अस्पतालों को सेनेटाइज करने के बाद धीरे – धीरे जनपद के सभी चिकित्सालयों का ओपीडी खोली गई। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कुल 9293 मरीज देखे गए, जबकि जिला चिकित्सालय में 3620 मरीजों का इलाज हुआ। वहीं अन्य स्वास्थ्य इकाईयों में कुल 5036 मरीज देखे गए। सुरक्षा के मानकों का पूरा खयाल रखा जा रहा है। साथ ही इस बात पर भी गौर किया जा रहा है कि कहीं इलाज के अभाव में किसी मरीज को कोई बड़ी समस्या न हो जाए।
जिला अस्पताल व सीएचसी मेंहदावल रहा आगे
ओपीडी में मरीजों के इलाज के मामले में जिला अस्पताल और सीएचसी मेहदावल सबसे आगे रहे। जिला अस्पताल में जहां 3620 मरीज देखे गए, वहीं सीएचसी मेंहदावल में 2629 मरीज देखे गए। सीएचसी खलीलाबाद में 1555, हैसर में 1226, नाथनगर में 1042, सेमरियांवा में 1160, पौली में 539, बघौली में 504, सांथा में 466 तथा बेलहरकला में 173 मरीज देखे गए।
मरीजों की परेशानियां भी हुई कम
ओपीडी खुलने से मरीजों की परेशानियां भी कम हुई हैं। जंगल कला के 55 वर्षीय रामसमुझ बताते हैं कि उनको मधुमेह के साथ ही पेट की बीमारी थी। इसका इलाज चल रहा था लेकिन ओपीडी बन्द होने से इलाज नहीं हो पा रहा था। अस्पताल खुलने से राहत हुई है। आज वह दूसरी बार दिखाने में के लिए आए हैं। स्थिति सामान्य है।
अस्पतालों में आने वाले हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग
अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है ताकि कोरोना की संभावना से बचा जा सके। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद भी चिकित्सक पूरी तरह से फेस शील्ड व हैण्डग्लब्स पहनकर ही मरीजों का उपचार कर रहे हैं। साथ ही मरीजों को फेसमास्क पहन कर ही अस्पताल में आने की इजाजत है।