बस्तीः अनजान चीज को छूने से भी कोरोना का संक्रमण हो सकता है। अब मॉस्क व दो गज की दूरी के साथ ही अन्य सावधानियां जरूरी हैं। यह कहना है एसीएमओ व आईडीएसपी सेल के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया का। डॉ. कन्नौजिया का कहना है कि इस समय क्लोज कॉट्रैक्ट के साथ ही कम्युनिटी में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा है। विशेषज्ञों द्वारा हवा के जरिए भी वॉयरस स्वस्थ्य लोगों तक पहुंचने की आशंका बताई जा रही है। ऐसे में जितना हो सके बचाव के तरीके अपनाए जाने चाहिए।
उन्होंने बताया कि अगर किसी कार्यालय, दुकान आदि जगहों पर जाएं, तो इस बात का पूरा प्रयास करें कि वहां किसी चीज को न छुए। अगर मजबूरी में छूना पड़ जाए तो हाथों को धोए या सैनेटाइज करें। किसी दूसरे का मोबाइल फोन, कलम आदि को न छूने में एहतियात बरतें। अनावश्यक रूप से घर से न निकले। बच्चों, ज्यादा उम्र के लोगों तथा बीमार लोगों को अनजान लोगों के संपर्क में आने से बचाएं।
आशा को दें पूरी जानकारी
एसीएमओ व वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल डॉ. फकरेयार हुसैन ने कहा कि इन दिनों कोविड-19 के सर्वे का काम चल रहा है। आशा व उसकी टीम घर-घर जाकर परिवार के स्वास्थ्य का ब्यौरा इकट्ठा कर रही हैं। सभी लोगों को चाहिए कि वह आशा को सही जानकारी दे। घर में अगर किसी को बुखार व सांस लेने में परेशानी है तो आशा से सहयोग लेकर उसकी जांच सीएचसी या जिला अस्पताल में कराएं। इसके अलावा गंभीर बीमारी जैसे हार्ट, शुगर, कैंसर, एडस आदि का मरीज घर में है तो उसका भी विवरण आशा के रजिस्टर में दर्ज कराएं। गंभीर मरीजों को कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे लोगों की विशेष निगरानी कराई जाएगी।
नगरीय क्षेत्र में चिन्ह्ति हुए हैं 350 मरीज
नगरीय क्षेत्र में पांच दिनों के अभियान में 350 मरीज चिन्ह्ति किए जा चुके हैं, जिनमें 24 ऐसे मरीज हैं, जिन्हें सांस लेने की समस्या है। इसी के साथ 96 मरीज बुखार व खांसी वाले हैं। नगरीय क्षेत्र में कुल 46 टीमें काम कर रहीं हैं, जिसमें कुल 98 लोगों को लगाया गया है। नोडल अधिकारी नगरीय हेल्थ बीएन मिश्रा ने बताया कि टीमों के कार्य का सत्यापन किया जा रहा है। उनका प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा घरों की जानकारी जमा कराई जा सके।