कानपुर। दुर्दांत बदमाश विकास दुबे के साथी प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय के एनकाउंटर पर यूपी एसटीएफ घिरती हुई नजर आर ही है। दरअसल, हरियाणा के फरीदाबाद से लाते वक्त 9 जुलाई की सुबह पुलिस ने प्रभात को मुठभेड़ में मार गिराया था। प्रभात के एनकाउंटर के बाद उसकी उम्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर प्रभात की उम्र 20 साल बताई थी। वहीं, मंगलवार 14 जुलाई को उसके परिवार ने दावा किया कि प्रभात की उम्र 17 साल थी। इसके समर्थन में उन्होंने मार्कशीट और आधार कार्ड दिखाया। इसमें प्रभात की जन्मतिथि 27 मई 2004 लिखी हुई है।
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का करीबी बताकर मारे गए प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय के घरवालों ने दावा किया है कि वो नाबालिग था। प्रभात की बहन ने उसकी की हाईस्कूल परीक्षा यूपी बोर्ड-2018 की मार्कशीट में उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 लिखी है। उसमें उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार दर्ज है। आधार कार्ड में उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार, पता- ग्राम बिकरू पोस्ट कंजती जिला कानपुर नगर-209204 दर्ज है।
प्रभात की बहन ने कहा कि उसके पिता कभी विकास दुबे के पास नहीं उठते-बैठते थे। बहन बोली मेरे परिवार का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। भाई को तो पहले ही बिना गलती मार दिया। वह तो नाबालिग था। प्रभात की बहन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके घर की तीन बार तलाशी ली। लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
पुलिस के मुताबिक, प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय 2 जुलाई की रात बिकरू गांव में पुलिस टीम पर हुए हमले में शामिल था। जिसमें बिल्हौर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस ने बताया था कि प्रभात भी विकास दुबे के साथ फरार हो गया था। 7 जुलाई को विकास दुबे के हरियाणा के फरिदाबाद जिले में होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसके बाद फरिदाबाद औऱ यूपी पुलिस ने प्रभाग को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि विकास दुबे मौके से फरार हो गया था। फरीदाबाद की अदालत से 8 जुलाई को उसे ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया। पुलिस का दावा है कि 9 जुलाई की सुबह कानपुर लाते वक्त कानपुर नगर के भौंती एरिया में हाईवे पर अचानक सरकारी गाड़ी पंक्चर हो गई थी।
एसआई देवेंद्र और सिपाही सुनील कुमार प्रभात को लेकर नीचे उतरे। टायर बदलते समय मौका देखकर प्रभात ने सिपाही सुनील के मुंह पर मुक्का मारा और देवेंद्र की सरकारी पिस्टल छीनकर फायर करते हुए भागा। पीछे से आ रही एसटीएफ ने पीछा किया तो प्रभात ने फायरिंग की। इसमें एसटीएफ के सिपाही विकास और सुनील घायल हो गए थे, जबकि एसआई अक्षय प्रवीर त्यागी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी थी। जवाबी फायरिंग में प्रभात गोली लगने से जख्मी हुआ था। कल्याणपुर सीएचसी में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। उसके कब्जे से 9 एमएम पिस्टल बरामद हुई थी।
सरकारी प्रेस नोट में प्रभात उर्फ कार्तिकेय की उम्र 20 साल बताई गई थी। दूसरी तरफ मंगलवार को प्रभात उर्फ कार्तिकेय की बहन हिमांशी ने प्रभात की हाईस्कूल परीक्षा यूपी बोर्ड-2018 की मार्कशीट में उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 दर्ज है। उसमें उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार दर्ज है। आधार कार्ड में उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार, पता- ग्राम बिकरू पोस्ट कंजती जिला कानपुर नगर-209204 दर्ज है।