बस्ती । पेट्रोल-डीजल के दाम वापस लिये जाने, कोरोना के बहाने राजनीतिक दलों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने सहित तीन सूत्रीय मांगो को लेकर वाम दलों ने का. अशर्फीलाल और के.के. तिवारी के नेतृत्व में राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सोमवार को सौंपा।
देश व्यापी विरोध दिवस के क्रम में भाकपा व भाकपा के नेताओं ने पेट्रोल-डीजल के थोपे गये भारी करों को वापस लेने की मांग करते हुये कहा कि मूल्य वृद्धि से किसान परेशान हैं, आवश्यक उपभोक्ता सामग्री के दर में भारी मूल्य वृद्धि से पहले से कोरोना संकट का सामना कर रही जनता और परेशान होगी। ऐसे में सरकार मूल्य वृद्धि को तत्काल वापस ले।
का. के.के. तिवारी, का. अशर्फीलाल ने ज्ञापन देने के बाद प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा कि लॉक डाउन के प्रोटोकाल का बहाना लेकर जनहित के सवाल पर आन्दोलन करने वाले राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें दर्ज किये जा रहे हैं, इसे वापस लिया जाय, यह कदम पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। राज्यपाल को भेजे ज्ञापन मंें मनरेगा के कार्य दिवस को बढासे जाने, किसानों के सभी प्रकार के कर्जे माफ किये जाने, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराये जाने आदि की मांग शामिल हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में का. रामगढी चौधरी, सत्यराम, रमन कुमार, शेषमणि, मोहित शर्मा आदि शामिल रहे।