बस्तीः संतकबीरनगर के दुधारा थाना क्षेत्र के सिसई माफी गांव में हुये जानलेवा हमले के मामले में पुलिस का लचर रवैया सामने आया है। गांव के अमर चौहान पुत्र रामअनुज ने पुलिस महाहनिरीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर दुधारा थानाध्यक्ष पर जानलेवा हमले में मामले के अल्पीकरण का आरोप लगाते हुये कार्यवाही की मांग किया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि जून माह की पहली तारीख को शाम करीब साढ़े 6.00 बजे गांव के रामजनक पुत्र दुर्गा प्रसाद, गुड्डू यादव पुत्र प्रसाद यादव, राजेश पुत्र रामजनक, कमलेश पुत्र पारस यादव आदि उसके घर पर ईंट पत्थर, सब्बल, बांस, खूंटा और लाठी, डंडों से लैस होकर चढ़ आये और पूरे परिवार को भद्दी भद्दी गालियां देते हुये मारने पीटने लगे। घटना में स्वयं शिकायतकर्ता, उसके पिता रामअनुज चौहान, भाई आकाश व चाची भावना देवी को गंभीर चोटें आईं। शिकायकर्ता के सिर में आठ टांके लगे।
घटना के बाद रामअनुज को एम्बुलेंस से सेमरियावां ले जाया गया, हालत गंभीर देख जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर के लिये रिफर किया गया। यहां भी मामला हेड इंजरी से जुड़ा होने के कारण डाक्टरों ने उन्हे बीआरडी मेडिकल कालेज भेज दिया गया जहां उनकी स्थिति अच्छी नही बताई जा रही हैं। रामअनुज को आंख और सिंर में अंदरूनी चोट लगी है। स्थानीय पुलिस ने मामले में एतसीआर दर्ज किया जिसमे धारा 323, 504 का उल्लेख किया गया है।
घर पर चढ़कर सुनियोजित तरीके से मारपीट कर अधमरा कर देने के मामले में दुधारा पुलिस ने मामूली धाराओं का उल्लेख क्यों किया ये वही जाने। लेकिन इसका नतीजा जो आ रहा है उसे सभी लोग जान रहे हैं। पीड़ित परिवार डरा हुआ है, आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं अभी तो राम अनुज का ये हाल किया है, बहुत शिकायत इधर उधर किया तो पूरे परिवार का यही हस्र होगा। पीड़ित का कहना है कि स्थानीय पुलिस इस मामले में कार्यवाही न करके दूसरी घटना की पृष्ठभूमि तैयार कर रही है। परिवार के साथ कोई घटना घटी तो इसकी जिम्मेदार स्थानीय पुलिस होगी।