गोरखपुर। रेलवे के यांत्रिक कारखाने के चक्का घर में कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत रेलकर्मी में बुधवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद से रेल यांत्रिक कारखाने में हड़कंप मच गया है। रेलकर्मी के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर रेल प्रशासन ने यांत्रिक कारखाने के चक्का घर को 19 जून तक पूरी तरह सील कर सारे काम बंद कर दिए हैं। साथ ही जिला प्रशासन ने रेलकर्मी के निवास स्थान धर्मपुर लेबर तिराहा से लेकर डॉ. सेन गुप्ता रोड तक का मार्ग पूरी तरह से प्रतिबंधित कर आवागमन बंद कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलकर्मी अंतिम बार 12 जून को कार्यालय गए थे, तबीयत खराब होने पर उनको छुट्टी दे दी गई थी। 15 जून को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर वह रेलवे अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे। अस्पताल प्रबन्धन ने प्राथमिक उपचार के बाद रेलकर्मी को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। आज बुधवार को अाई रिपोर्ट में रेलकर्मी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने की।
*60 से अधिक रेलकर्मी किए गए होम कवारांटाइन*
रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कारखाने में काम करने वाले तथा संक्रमित रेलकर्मी के संपर्क में आने वाले 60 कर्मचारियों को अगले आदेश तक होम कवारंटाइन करा दिया गया है। चक्का घर और उसके आस पास के शॉप्स को पूरी तरह से सेनेटाइज कराया जा रहा है। सभी के लिए निश्चित शारीरिक दूरी का पालन एवं मास्क पहनना अनिवार्य है। कोविड-19 से संबंधित सभी सुरक्षा मानकों का अनुपालन पूरी तरह से सुनिश्चित कराया जा रहा है।