बस्तीः हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर लोहिया मार्केट स्थित मीडिया सेण्टर पर बैठक हुई जिसमें हिन्दी पत्रकारिता के भूत, वर्तमान और भविष्य पर चर्चा हुई। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार प्रेरक मिश्रा ने कहा पत्रकारिता हमेशा चुनौतीपुर्ण रही है, जहां तक हिन्दी पत्रकारिता की बात है तो इसका भविष्य कभी अंधकारमय नही हो सकता। हम एक सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। हिन्दी पहले से ज्यादा सशक्त हुई है। हमारी मातृभाषा होने के कारण हम खुद को बेहतर ढंग से व्यक्त कर पा रहे हैं दूसरो को बेहतर ढंग से समझ पा रहे हैं।
उन्होने पत्रकारिता दिवस की शुभकामनायें देते हुये निष्पक्ष पत्रकारिता के लिये साथियों का आवाह्न किया। प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री महेन्द्र तिवारी ने कहा हिन्दी कमजोर हुई तो पत्रकारिता निष्प्राण हो जायेगी इसलिये हिन्दी को अपना गौरव मानकर परंपराओं को आगे बढ़ाना होगा। उन्होने पत्रकारों की एकजुटता पर भी जोर दिया और कहा पत्रकार अपने दूसरे साथी को कमजोर करना बंद कर दे तो पत्रकारों का कोई बाल भी बांका नही कर सकता।
संचालन कर रहे अशोक श्रीवास्तव ने कहा हमे दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ाना होगा। चुनौतियों पर बहंस कर समय बरबाद करना ठीक नही है। चुनौतियां हर देश काल परिस्थितियों में रही हैं। इनका सामना करते हुये मंजिल की ओर बढ़ना है। दिनेश प्रसाद मिश्रा ने कहा कि यदि पत्रकार एकजुट नही होंगे तो उन्हे बारी बारी से अपमानित होना पड़ेगा। इस अवसर पर दिनेश पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, तबरेज आलम, विशाल पाण्डेय, अनूप मिश्रा, अजय कुमार श्रीवास्तव, राकेश तिवारी, कपीश मिश्रा, प्रेमनाथ गोंड आदि उपस्थित थे।