नई दिल्ली। क्या लॉकडाउन 4.0 के बाद अब लॉकडाउन 5.0 भी होगा? होगा तो कैसा होगा? पाबंदियों में कुछ और छूट मिलेगी या फिर सख्ती का दायरा यही रहेगा? इन सवालों को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। अब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लॉकडाउन 5.0 की रूपरेखा को लेकर संकेत दे दिया है। उन्होंने कहा लॉकडाउन 5.0 तो होगा, लेकिन पाबंदियां काफी हद तक कम हो जाएंगी।
केंद्रीय मंत्री ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि लॉकडाउन 5.0 बिल्कुल साधारण होगा। उन्होंने कहा, 'इसमें कुछ ही इलाकों में पाबंदियां लगाई जाएंगी। बाकी जन जीवन को खोल दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थिति हमेशा नहीं रहेगी। लोगों को काफी हद तक छूट दे दी गई है और अब उम्मीद है कि सामान्य जीवन होगा।
केंद्रीय मंत्री ने लॉकडाउन को बेहद जरूरी कदम बताते हुए कहा कि अगर देश में समय रहते ये फैसला नहीं लिया जाता है तो आज भारत में 50 लाख कोरोना के केस होते। लॉकडाउन के कारण आज भी हमारी जितनी जनसंख्या है, उसके हिसाब से बहुत कम केस सामने आ रहे हैं। उन्होंने कोरोना से मौतों के बारे में कहा कि पूरे विश्व में सबसे कम मौतें भारत में ही हुई हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही कोई वैक्सीन या दवा आए और सभी लोग पहले की ही तरह सामान्य जीवन जिएं।
केंद्र सरकार एक नई गाइडलाइंस (New Guidelines after Lockdown 4.0) पर काम कर रही है, जिसके तहत 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म कर दी जाएंगी। अधिकारियों ने हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि देश के 13 शहरों को छोड़कर बाकी सभी हिस्सों से पाबंदियों को हटाया जा सकता है। होटलों, मॉल्स और रेस्त्राओं को भी 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है।
गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने नई गाइडलाइंस को लेकर मंथन किया। 31 मई को अगले 15 दिनों के लिए देशभर में लागू किए जाने वाले दिशानिर्देशों को जारी किया जा सकता है।
इन 13 शहरों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता/हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टु और तिरुवलुर में पाबंदियों को आगे भी जारी रखा जा सकता है।
होटल, मॉल्स, रेस्त्राओं को 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है। हालांकि, होटलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। इस बारे में सरकार जल्द ही फैसला लेगी। फिलहाल देश में हॉस्पिटैलिटी सर्विस पूरी तरह बंद है। अभी सिर्फ वही होटल काम कर रहे हैं जहां कोरोना के खिलाफ जंग में डटे पुलिसकर्मी, अधिकारी और हेल्थकेयर वर्करों को रखा गया है।
इस बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने ईटी को बताया कि यह भी मुमकिन है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 'मन की बात' में लॉकडाउन के अगले चरण को लेकर कुछ बातें स्पष्ट करें। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है।
एक अधिकारी ने बताया कि इस बात पर मंथन चल रहा है कि किस तरह अब आगे से लॉकडाउन जैसे शब्द के इस्तेमाल से बचा जाए। उन्होंने बताया कि राज्यों को पूरे अधिकार दिए जाएंगे कि अगर उन्हें जरूरी लगा तो सख्ती कर सकते हैं। शहरों के हालात के मद्देनजर राज्य यह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होंगे कि वहां दी गई ढील को वापस लेकर और ज्यादा सख्ती की जाए या नहीं।
सूत्रों ने बताया कि 1 जून से ज्यादातर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों के साथ शुरू किया जा सकता है लेकिन मेट्रो के संचालन को अभी इजाजत दिए जाने की संभावना कम है।