लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। गुरुवार को प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) अमित मोहन प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में अब तक कोरोना वायरस के 410 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 221 मरीजों को तबलीगी जमात से संबंध है। वहीं, चार लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है, जबकि 31 लोगों का इलाज कर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। पूरे उत्तर प्रदेश में एहतियातन 63,855 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जबकि 43,140 लोग 28 दिन की निगरानी अवधि को पूरा कर चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव (गृह और सूचना) अवनीश अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में लॉकडाउन उल्लंघन करने के आरोप में 39,857 लोगों के खिलाफ आईपीसी 188 के तहत एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। करीब 78 एफआईआर फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन वाले हॉटस्पॉट क्षेत्रों में हर तरह के आवागमन को रोकते हुए सैनिटाइजेशन की व्यवस्था और डोरस्टेप डिलीवरी के इंतजाम किए जा रहे हैं।
लॉकडाउन के बीच राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में हॉटस्पॉट इलाकों को सील किया गया है। प्रदेश में यह 104 वह जगह हैं, जहां पर अधिक कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। लखनऊ में भी 12 हॉटस्पॉट हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब पुलिस हॉटस्पॉट घोषित क्षेत्रों की ड्रोन से भी निगरानी कर रही है। लखनऊ के हॉटस्पॉट इलाकों का खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण करने का अपना कार्यक्रम तैयार किया है। माना जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ सदर इलाके सहित कई क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।
कोरोना वायरस का खतरा पूरी दुनिया में लगातार बढ़ता जा रहा है। दुनियाभर में वायरस के कारण 88 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या 15 लाख के आंकड़े के करीब पहुंच गई है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि भारत में 5734 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। अभी तक 166 लोगों की मौत हुई है। वहीं, उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां अब तक कोरोना वायरस के 410 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 221 मरीजों को तबलीगी जमात से संबंध है। वहीं, चार लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है, जबकि 31 लोगों का इलाज कर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है।