लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन को 15 अप्रैल से खोले जाने की खबरों के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को स्पष्ट किया कि लॉकडाउन खोला जाएगा तो यह देखा जाएगा कि हमारा प्रदेश 'कोरोना वायरस मुक्त' है या नहीं। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां संवाददाताओं से कहा, '15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलेगा, जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट आ रही है, ऐसी संभावना अभी बहुत स्पष्ट नहीं है।' उन्होंने कहा, 'तबलीगी जमात के जो मामले आये हैं, उनके कारण संवेदनशीलता बढ़ी है और प्रदेश में जब तक एक भी मामला कोरोना वायरस का बच जाता है, लॉकडाउन नहीं खोलेंगे।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच की सुविधा मजबूत करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में जांच सुविधा नहीं होगी, वहां ‘टेस्टिंग कलेक्शन सेंटर’ बनाएंगे। अवस्थी ने अपील करते हुए कहा, ‘‘किसी भी जनपद में धर्मस्थल या अन्य स्थान पर कोई भी रह गया है, जो संदिग्ध है, जिसकी तबियत खराब है या जिसने बीमार व्यक्ति के साथ संपर्क किया है, विलंब न करे क्योंकि जितना विलंब करेंगे, प्रदेश उतना पीछे रहेगा।’’
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के आंकड़ों की वजह से कोरोना वायरस के जो मामले बढ़े हैं, वह चिन्ता का विषय हैं इसलिए लॉकडाउन पर फिर विचार करना होगा कि 14 अप्रैल के बाद खुल पाएगा या नहीं। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन खोला जाएगा तो सुनिश्चित किया जाएगा कि हमारा प्रदेश कोरोना वायरस से मुक्त हो। हालांकि अभी संभावना नहीं है कि लॉकडाउन जल्दी खुल पाएगा।