बनकटी/बस्ती। शब-ए-बरात इस्लाम धर्म में सबसे अफजल रात माना जाता है इस रात में गुनाहों की तौबा की जाती है और अल्लाह की बारगाह में हाथों को उठा कर अपने गुनाहों की माफ़ी मांगी जाती है व रात भर जागकर उनकी इबादत करते हैंl
हाफिज अतहर हुसैन ने बताया कि रात भर जागने का मतलब यह है कि कुरान शरीफ की तिलावत करें नमाज़ पढ़े और अल्लाह की बारगाह में रो -रो कर अपने गुनाहों को माफ कराएं और अल्लाह ताला से दुआ करें कि हमें नेक सच्चे रास्ते पर चलने का रास्ता दिखाएं उन्होंने कहा कि सारे मुसलमान अपने -अपने घरों में तिलावत करें और करोना जस्सी महामारी बीमारी से निजात पाने के लिए अल्लाह ताला की बारगाह में हाथो को उठाकर दुआ करें कि हमारा मुल्क(भारत) सलामत रहे , और लोगों को अपने घरों में फिजिकल डिस्टेसिंग के तहत नमाज पढ़े कुरान शरीफ की तिलावत करें लोग एक दूसरे को मोहब्बत की नजर से देखें आपस में भाईचारा बनाकर रहे कोई ऐसी अफवाह ना फैलाएं जिससे एक दूसरे के मजहब में तकलीफ हो ऐसी भाषा का प्रयोग ना करें जिससे किसी के मन में एक दूसरे के प्रति घृणा पैदा हो आपस में एक दूसरे का साथ मिलजुल कर रहेंl
वही शहरे आलम ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि हम लोगों को लाक डाउन का पालन हर हाल में करना है और करोना जैसी महामारी को इस देश से हर हाल में भगाना है और इस मुल्क की सलामती के लिए रब की बारगाह में हम लोगों को दुआ करना चाहिए।
हाजी तौकीर ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी से पूरा विश्व दरस्त है हर समुदाय के तमाम लोग लाक डाउन और फिजिकल डिस्टीसिग का पालन करें और अपने घरों में सुरक्षित रहे
शब -ए-बारात का त्यौहार घर पर बनाएं
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April 10, 2020
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