बस्ती। बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के सिद्धान्त और उनकी सोच ने उन्हे असाधारण बना दिया। उनका मानना था जब तक हम सामाजिक स्वतंत्रता हासिल नही कर लेते तब तक कानून द्वारा मिली स्वतंत्रता बेमानी है। वे सामाजिक बराबरी के पक्षधर थे। यह बातें पूर्व विधायक दूधराम ने कही। लॉकडाउन के कारण वे अपने आवास पर वेहद सादगी के साथ डा. अम्बेडकर को उनकी जयंती पर याद कर रहे थे।
प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद उन्होने कार्यकर्ताओ से चर्चा के दौरान उन विशेषताओं पर प्रकाश डाला जिसके कारण डा.भीम राव अम्बेडकर का वैश्विक पहचान बनी। पूर्व विधायक ने आगे कहा कि डा. अम्बेडकर कुशल राजनेता, अर्थशास्त्री और समाजसुधारक थे। वे जीवन भर समानता के अधिकारों के लिये लड़ते रहे और दुनियां को नया नज़रिया दिया। इस अवसर पर अरूण कुमार, धर्मवीर सिंह, धर्मेंद्र सोनकर ,राजेश बी डी सी पडित जी आदि मौजूद रहे।