बस्ती। पूरे विश्व में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस ने आज दुनिया के सामने गंभीर संकट खडा कर दिया है । आज इस बीमारी के बचाव एवं रोकथाम के लिए दुनिया के लगभग सभी देश अथक प्रयास कर रहे है।
भारत में भी कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम में लाकडाउन एवं सोशल डिस्टैनसिंग
का नियम सबसे कारगर साबित हो रहा। लाकडाउन के चलते आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इस मुसीबत की घडी में समाजसेवी भी अब जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे है। कोई राहत कोष में करोडों रुपये दान कर रहा तो कोई तत्काल राहत पंहुचाने के लिए खाद्य सामग्री की किटें वितरित करके अपना मानव धर्म निभा रहा है। ऐसा ही समाजसेवा करते दिख रहे है
समाजसेवी दीन दयाल मिश्र।
बताते चले कि समाजसेवी दीनदयाल मिश्र लाकडाउन के बाद निरंतर गरीब असहाय एवं जरुरत मंद लोगों को खाद्य सामग्री की किटें भेंट कर रहे है। श्री मिश्र ने कहा मुश्किल समय में जरूरतमंद लोगों की मदद करना सबसे बड़ा धर्म है। दूसरों के दर्द को बांटने से आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है।
कहा की अगर किसी परिवार के पास दैनिक जीवन के प्रयोग के वस्तुओ की कमी है तो वह हमारे मोबाइल नम्बर पर तत्काल सूचना दें। सूचना मिलने पर खाद्य सामग्री पहुचाने का काम निरंतर किया जा रहा है। आपको यह बताना लाजिमी होगा कि विगत कई वर्षो से दीनदयाल मिश्र समाजसेवा, धार्मिक अनुष्ठानो और जरुरत मंदो की मदद को लेकर अपनी अलग पहचान बना चुके है।
इस महामारी में श्री मिश्र के जज्बे की हर कोई सराहना कर रहा है और कह रहा है कि जो व्यक्ति लगभग डेढ़ साल पहले कैंसर जैसी गंभीर बिमारी का ऑपरेशन करा कर आया हो जिसका इलाज चल रहा हो उसके सामाजिक कार्य और दृढ़ संकल्प से सीख लेने की जरुरत है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सेवा के लिए समाज के सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए। सेवा कार्य से सामाजिक एकता, भाईचारा में बढ़ोतरी होती है। समाज के सभी वर्गो के लोगों की सेवा से समाज का समुचित विकास होता हैं।