बस्ती। लक्ष्य एजुकेशनल एकेडमी जोगिया गौर के प्रबंधक रिंकू दूबे इन दिनों कोरोना महामारी में अपने जीवन की कमाई के लाभांश में से जरूरतमंदों तक राहत सामग्री पहुचाने का बीड़ा उठाये है, और उनकी मुहिम रंग भी ला रही है। वैसे तो इनकी टीम के लोग हर रोज सैकड़ो जरूरतमंदों को खाद्यान सामग्री अपनी ब्यवस्था से उनके घर पहंुच के मुहैया करा रहे है। मगर एक दिन जब ये लोग राहत सामग्री बाँट ही रहे थे उसी समय एक ब्यक्ति की सूचना पर मैं गौर ब्लाक के मुडिलवा गांव पहुचे तो उनकी आंखों से बरबस आँसू रुकने का नाम ही नही ले रहे थे,एक असहाय माँ जो 15 वर्ष पूर्व अपने पति को खो चुकी थी और वो माँ अपने दो-दो पूर्ण बिकलांग बच्चो के जीविकोपार्जन किसी तरह पानी पीकर कर रही थी,विकलांगता भी ऐसी की दोनों ही बच्चे शारीरिक, मानसिक बिकलांग के साथ मूकबधिर व बहरे। वे सभी तरह से अक्षम,न बोल सकते न सुन सकते और मानसिक स्थित ऐसी की भूंख लगी हो तो भोजन भी अपनी उस अभागिन माँ से नही मांग सकते। श्री दूबे ने संकल्प लिया कि बिकलांग बच्चो के परवरिश के लिए हर महीने जरूरी सामग्री पहुचाते रहेंगे। साथ ही सरकारी योजना का लाभ भी दिलाएंगे। इस नेक कार्य मे गौर की युवा पीढ़ी बढ़ चढ़ के इस नेक कार्य मे मेरा उनका साथ दे रही है।
श्री दूबे ने कहा कि हम सबका सामूहिक प्रयास है कि गौर ब्लॉक के किसी भी गांव में कोई भूँखा न सोए जिसके लिए दो टीम बना कर क्षेत्र के विभिन्न गांवो के जरूरतमंदों तक पहुचने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दसवें दिन तक गौर क्षेत्र के दुबौला,एकटेकवा,गौर बाजार, गौर गाँव,कर्मी, रेहरवा, साड़ी कल्प, आमा टिनिच, मुडिलवा, दुल्हिन बगिया, बनरहवा, शिवा, परसाडीह, अजगैवा जंगल, बेलवारिया, खजुहा, बभनगवा, बेलहिया, विशुनपुरा, बरडाड, बूढ़ापारा, जगदीशपुर, माझा मानपुर, बरगदहिया, केशरई, करनपुर, कर्मा, गोभिया, नारथरी, बेलवा, बड़ोखर, समेत दर्जनों गांवों के लगभग 750 लोगो को अब तक खाद्यान सामग्री मुहैया कराई गई है।