बस्ती। जिलाचिकित्सालय बस्ती में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ वी के वर्मा जो पटेल एस एम एच हॉस्पिटल एण्ड आयुर्वेदिक पैरामेडिकल कॉलेज, गोतवा - बस्ती कलेज के प्रबन्धक भी है समाजसेवा, के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहिचान बना के है साथ ही आपके पास डॉ वी के वर्मा इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस का संचालन भी करते1है सैकड़ो माध्यम वर्गीय तथा मेघवी छात्र छात्राए शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
डॉ वर्मा ने बताया कि मेरा जीवन पूर्ण रूप से समाज को समर्पित है ईश्वर के आशीर्वाद से गोटवा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षण संस्थान, पैरामेडिकल संस्थान स्थापित कर चुका हूं।आगामी योजना मेडिकल कालेज की स्थापना की है। पिछले 30 वर्षों से अनवरत विना एक भी दिन बन्द हुए 24 घंटे लोगो को सेवा दे रहा है हमारे यहाँ अनुभवी चिकित्सक औऱ पैरामेडिकल स्टाप मात्र केवल मामूली मेडिसिन चार्ज लेकर सेवा दे रहा न तो किसी पर4का कोई बेड चार्ज है न ही डॉक्टरों की फीस। मरीज के पास अगर पैसे नही है तो भी दवा उपलब्ध कराया जाता है हमारे संस्थान का उद्देश्य है कि जिनको ईश्वर ने जीवन दिया है उनको स्वास्थ्य रखा जाय।
22 मार्च से कोविड 10 कोरोना वायरस के चलते पूरा भारत लॉक डाउन है किसी के पास खाने की दिक्कत किसी के सेहत की दिक्कत है जनपद के सारे नर्सिंग होम के संचालक ऐसे में गायब है क्योंकि उनके उनके नजर में डॉक्टर मरीज का रिश्ता केवल व्यवसायिक ही एह गया है यह वो नही सोच पा रहे है कि डॉक्टर को मरीज भगवान के बाद दूसरा दर्जा देता है कमाने खाने के लिए तो पूरा जीवन पड़ा है।आज जिस संकट से देश गुजर रहा है डॉक्टर अपने जान की बाजी लगाकर मरीजो को इस महामारी से निजात दिलाने में जुटे है। अपने परिवार से दूरी बनाकर होटल मे रहकर हॉस्पिटल में सेवा दे रहे है। ऐसे में बस्ती के निजी चिकित्सालय के संचालकों को इस जंग के मुहिम में हिस्सा लेना चाहिए।और यथासंभव सहयोग कारण चाहिए।
एक सवाल के जबाब में उन्होंने बताया कि मेरा मुख्य उद्देश्य सेवा है प्रशासन को भरप5सहयोग देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है मैने जिलाधिकारी महोदय को पत्र देकर कहा है कि अगर प्रशासन को आवश्यकता महसूस हो तो मेरे सभी संस्थानों को इस्तेमाल करे यहाँ पर तैनात डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ और मेर पूरा सिस्टम कोरोना की जंग में समर्पित है।