बस्तीः। रोज कमाने और रोज खाने वालों के लिये लॉकडाउन किसी विपत्ति से कम नही है। स्थानीय प्रशासन, अनगिनत समाजसेवी लॉकडाउन के पहले दिन से ही जरूरतमंदों को राहत किट पहुंचा रहे हैं, फिर भी यह पर्याप्त नही हो रहा है। यह बातें बनकटी ब्लाक प्रमुख के प्रतिनिधि अमति सिंह ने कही। उन्होने कहा कि लॉकडाउन के पहले दिन से अब तक करीब 600 राहत किट बांट चुके हैं। इसमे ऐसे परिवार शामिल हैं जिनके पास कोई सहायता नही पहुंच पाई थी।
उन्होने अपना अनुभव साझा करते हुये बताया कि अब लॉकडाउन का पीरियड बढ़ा तो मिडिल क्लास फैमिली भी संकट में होगी। तमाम निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों, विभिन्न प्रतिष्ठानों में काम करने वाले अल्प वेतन भोगियों पर भी मुसीबत आ जायेगी और उन्हे भी मदद की दरकार होगी। प्रमुख प्रतिनिधि ने बताया कि सोशल मीडिया और वालेण्टियर्स के जरिये उन्होने अपना मोबाइल नम्बर बांट रखा है, सुचना मिलने के कुछ देर बाद ही खाद्यान जरूरतमंद तक पहुंचा दिया जाता है।
अमित सिंह ने कहा जिस तरह कोरोना से जंग में पुलिस, डाक्टर और अधिकारी एक योद्धा की तरह काम कर रहे हैं बही , पत्रकारों की भूमिका भी इनसे कम महत्वपूर्ण नही है। पत्रकार सबसे कम संसाधनों में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्हे भी कोरोना वैरियर की श्रेणी में रखते हुये सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया करानी चाहिये। उन्होने जनपदवासियों से अपील किया कि जिला प्रशासन की ओर हर चीज की उत्तम व्यवस्था की गयी है। धैर्य और संयम से काम लें, घरों में रहें और सुरक्षित रहें। याद रहे घर से निकलना पड़े तो सामाजिक दूरी कतई न भूलें।