गोरखपुर । कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। अगर किसी मरीज में सर्दी-जुकाम के साथ सांस फूलने की दिक्कत मिली तो उसका तत्काल नमूना जांच के लिए भेजा जाएगा। साथ ही होम क्वारंटीन और आइसोलेट करने का फैसला लिया जाएगा। अब तक यात्रा का इतिहास देखकर ही विभाग कोरोना वायरस की जांच के लिए नमूना लेता था।
बस्ती में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने और एक युवक की मौत के बाद सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने पैथालॉजी जांच को तेज कराने का फैसला किया है। उनका कहना है कि अब जिला अस्पताल या फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सर्दी, जुकाम और सांस की दिक्कत वाले मरीजों की जांच कराई जाएगी। नमूना लिया जाएगा और जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आरएमआरसी भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगर मरीज गंभीर स्थिति में रहेगा तो उसे तत्काल आइसोलेट किया जाएगा। होम क्वारंटीन की सलाह भी दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक बस्ती के जिस युवक की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी, उसका यात्रा इतिहास स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिल सका था। इस तरह का मामला गोरखपुर में न आए, इस वजह से खास सतर्कता बरती जा रही है।
गोरखपुर सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि अब तक यात्रा इतिहास के आधार पर नमूना लिया जाता था। अब ऐसा नहीं होगा। किसी व्यक्ति को फ्लू के साथ सांस लेने में दिक्कत है तो उसका यात्रा इतिहास नहीं देखा जाएगा। तत्काल जांच की व्यवस्था की जाएगी। जिन्हें जरूरत होगी, उन्हें आइसोलेट किया जाएगा। क्वारंटीन का निर्णय भी लिया जाएगा।