सेमरियावां,संतकबीरनगर। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज देश के साथ साथ पूरा विश्व तबाह है,कोरोना वायरस लगभग 203 देशों अपना पाँव तेजी से पसार रहा है,तो देश के प्रधानमंत्री व सुबे के मुख्य मंत्री द्वारा 21 दिनो का लाकडाउन जारी है, जिससे ग़रीबो, असहायों के लिए दुःखो का पहाड़ बना हुआ है, जिससे कमजोर लोगों को काफ़ी समस्या झेलनी पड़ रही है, ऐसे लोगों मदद करने के लिए संतकबीरनगर जिलाधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने अमीर एवं उच्च लोगों को ऐसे निम्न लोगों को मदद करने की अनुमति देदी, अनुमति पाते ही अमीर एवं उच्च लोगों ने जरूरत मन्दो के लिए किट बाटना शुरू कर दिया, इसी क्रम में जिलाधिकारी से मिली अनुमति के बाद जामिया इस्लामिया दरियाबाद व जामिया तालीमी व रिफाही फाउंडेशन के संरक्षक डॉ.अब्दुल बारी मदनी व अब्दुल फतताह की पहल पर जनपद के चार सौ जरूरतमंदों को निःशुल्क राहत सामग्री वितरित करने का क्रम रविवार को भी जारी रहा। वितरण के तीसरे दिन दरिया बाद व कथकपुरवा, ककरहिया, मंझरिया, राउत पार, बढ़या माफी व सेमारीयावा में 250 से अधिक जरूरतमंदों निःशुल्क राहत खाद्य सामग्री किट वितरित की गई। सेमरियावा व बढ़या माफी गांव में जामिया राहत फूड किट का वितरण सीनियर लीडर मुनीरुल हसन चौधरी व हाफ़िज़ एजाज मुनीर के नेतृत्व में किया गया। जामिया इस्लामिया दरीयाबाद के प्रबन्धक अतीकुरहमान नदवी व अब्दुस समी मदनी ने कोरोना वायरस के चलते देश में लाक डाउन लागू किया है। इससे मजदूर के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। जामिया प्रबन्धन ने निर्णय लिया कि कोई भी असहाय व्यक्ति भूखा न रहे। बिना भेज भाव के जरूरतमंद को राहत पहुंचाई जाए। मौलाना नदवी ने बताया कि वितरण के समय सोसल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखा जाता है। अनावश्यक भीड़ न हो इसके मददे नजर डोर टू डोर राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि राहत सामग्री वितरण गरीब असहाय मजदूर व बुनकर लोगों को लाक डाउन के चलते हो रही परेशानी में एक छोटी सी मदद है। प्रत्येक व्यक्ति को जामिया की दो किट में आवश्यक खाद्य सामग्री दी जा रही है। यह वितरण कार्य चार दिन तक जारी रहेगा। लोगों से अपील किया गया अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, लाक डाउन का पालन कर खुद सुरक्षित रहें। जिला व पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। इस अवसर पर मुनीरुल हसन चौधरी, एजाज मुनीर, मो नईम मो, रफीक, बेलाल अहमद, मो फ़ैज़, जफीर अली मौजूद रहे।
रिपोर्ट, तरीकत हुसैन सिद्दीकी।