मुंबई। राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने पिछले महीने दिल्ली में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति देने के दिल्ली पुलिस के फैसले और फरवरी में हुए दंगों को रोकने में उसकी नाकामी पर मंगलवार को सवाल उठाए। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। बारामती से सांसद सुले ने फेसबुक के जरिये बातचीत के दौरान कहा, मेरे जेहन में दो सवाल हैं, इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं छिपी हुई है...मैं ये सवाल एक नागरिक की हैसियत से पूछना चाहती हूं।
राकांपा नेता ने कहा, दिल्ली में (फरवरी में) उस समय दंगे भड़के जब (अमेरिकी) राष्ट्रपति ट्रंप भारत यात्रा पर आए हुए थे। उस समय वहां के पुलिस आयुक्त क्या कर रहे थे? उन्होंने पूछा, इसके आठ या दस दिन बाद दिल्ली में (तबलीगी जमात का) कार्यक्रम हुआ। उन्हीं आयुक्त ने इसकी अनुमति दी। प्रशासन का ध्यान कहां था? प्रशासन ने 10 दिन के भीतर यह सबकुछ कैसे होने दिया। सुले ने पूछा, उस समय दिल्ली का प्रशासन क्या कर रहा था? वहीं, एक फेसबुक उपयोगकर्ता ने जब सुले से पुणे के कोंढवा और सैयद नगर इलाकों को सील करने की मांग की तो उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी इन मुद्दों पर काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि इन इलाकों में कई लोग जमात के कार्यक्रम से होकर लौटे हैं।