बस्ती। टीबी कार्यक्रम आरएनटीसीपी में लगे स्वास्थ्य कर्मी अब विदेश से आए लोगों पर नजर रखेंगे। इसके लिए शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया। विदेश से आए लोगों का फार्म भरवाने के साथ उन्हें 14 दिनों तक आईसोलेशन में रहने की सलाह देंगे। इसी के साथ वे चार सप्ताह तक उनके स्वास्थ्य पर नजर भी रखेंगे। उन्हें स्वच्छता व कोरोना वायरस के लक्षण आदि के बारे में जानकारी देंगे।
एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन ने कहा कि इस समय बड़ी संख्या पर विदेशों से लोग जिले में आ रहे हैं। उनके स्वास्थ्य पर नजर रखा जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह तक तो उन्हें घर में अलग-थलग रहने की सलाह दी जाए तथा चार सप्ताह तक उनके व उनके परिवार के स्वास्थ्य पर नजर रखा जाना जरूरी है। विदेश से आने वालों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी। सभी एसटीएस व एसटीएलएस गांवों में जाकर उनका फार्मेट ए व बी पर उनका विवरण भरकर जिला मुख्यालय पर लाकर जमा कराएंगे। उन्होंने कहा कि इस समय जबकि यह रोग तीसरे चरण में पहुंच रहा है, जागरूकता जरूरी है।
इसी के साथ सीएचसी/पीएचसी पर तैनात एलटी व एलए को भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आईडीएसपी के इपिडियामोलॉजिस्ट उमेश कुमार, जिला सर्विलांस सेल के एलटी रवींद्र चौधरी ने बताया कि पीपीकिट पहनकर ही संदिग्ध का गले व नाक का नमूना लिया जाना है। इसमें पूरा अहतियात बरतना जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. जलज खरे, जिला क्वालिटी एश्योरेंस सेल के जिला कंसल्टेंट डॉ. अजय कुमार व विनय कुमार सिंह ने भी जरूरी जानकारी दी।
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मजिस्दों पर पहुंचकर घर में इबादत की दी सलाह
स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को मस्जिदों पर पहुंची। नमाजियों को घरों पर ही रहकर इबादत करने की सलाह दी गई। एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन ने बताया कि लोगों से कहा जा रहा है कि हो सके तो घरों में ही इबादत करें। छोटे बच्चों व बुजुर्गो पर विशेष ध्यान दें। बुखार, खांसी सहित अन्य कोरोना के लक्षण होने पर तत्काल मरीज को अलग कमरे में रखें। सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। विदेश से अगर घर में कोई आया है तो उसके स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं।