मैड्रिड। स्पेन में कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई मौतों के मामले में चीन से भी अधिक हो गए हैं। चीन और इटली के बाद कोरोना महामारी के केंद्र बिंदु अब स्पेन बन गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्पेन में बीते 24 घंटे में 738 लोगों ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 3,434 हो गई है, जबकि 47,610 लोग संक्रमित हैं। स्पेन में तेजी से फैलते कोरोना वायरस को रोकने के लिए 11 दिन से लॉकडाउन जारी है।
मंगलवार की तुलना में 27% बढ़ोतरी के साथ स्पेन में 738 लोगों की मौत हो गई। देश में कुल 47,610 लोग कोरोना की चपेट में हैं। स्वास्थ्य अधिकारी फर्नांडो साइमन ने बताया है कि आने वाले समय में संख्या के और बढ़ने की आशंका है। स्पेन में 14 मार्च से ही लागू लॉकडाउन के बावजूद यहां मौतों और इन्फेक्शन के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। स्पेन में हालात कितने खराब हैं, कुछ घरों में कई दिनों से लाशें पड़ी हुई हैं लेकिन कोरोना के संक्रमण के डर से उसी घर में रह रहे परिवार के सदस्य उन्हें उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
स्पेन की सेना को इस बात का भी जिम्मा दिया गया है कि वह घरों में लावारिश पड़ी लाशों का पता लगाए। वहीं कोरोना वायरस के कारण मौतों के मामले में पहले नंबर पर इटली है, जहां कोरोना वायरस के कारण 6800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा इटली में अब तक कोरोना वायरस के कारण 69 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। इटली में अब तक 6,820 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि चीन में 3,281 लोगों की मौत हो गई। उधर, अमेरिका के हालात भी बेहद खराब हैं। यहां 54,428 लोग कोरोना से इन्फेक्टेड हैं और 773 की मौत हो चुकी है।
वहीं भारत में लॉकडाउन के मद्देनजर अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए निर्देश जारी किया है। भारत के कानून का पालन करें अमेरिकी नागरिक। भारत में फंसे लोगों के लिए होटल मुहैया कराने और उनकी वापसी के लिए भारत सरकार के संपर्क में है अमेरिकी प्रशासन। उधर ईरान में बुधवार को 143 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 2,077 हो गई है। ईरान कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है।