बस्ती । सवर्ण लिबरेशन फ्रंट के संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के संयोजन में सोमवार को प्रेस क्लब में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कानपुर के मंगता गांव में हुये सवर्णो के उत्पीड़न, पदोन्नति में आरक्षण समाप्त किये जाने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लागू किये जाने, शुल्क प्रतिपूर्ति, छात्रवृत्ति की शत प्रतिशत सुविधा उपलब्ध कराये जाने, एससीएसटी एक्ट के आधार पर उत्पीड़न आदि बिन्दुओं पर विचार कर संघर्ष का निर्णय लिया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि मेधा के संस्थापक सेवानिवृत्त आई.ए.एस. स्वर्गीय लक्ष्मीकान्त शुक्ल ने उत्तर प्रदेश के दशमोत्तर कक्षाओं के छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूति दिलाने के लिये लम्बा संघर्ष किया। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इसे लागू किया गया किन्तु वर्तमान सरकार में छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति सबको नहीं मिल पा रहा है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का खुला उल्लंघन है, एसएलएफ इन सवालों को लेकर आन्दोलन छेड़ेगी। कहा कि आगामी 5 मार्च छात्रों, अभिभावकों से सीधा संवाद बनाकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। 2017 से प्रक्रिया पूरी करने के बाद जिन छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति नहीं मिला है, इसके लिये सडक से लेकर न्यायालय तक संघर्ष किया जायेगा।
बैठक में पुलकित शुक्ल, प्रद्युम्न शुक्ल, उमेश पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, राहुल तिवारी, प्रवेश शुक्ल, रूद्र पाण्डेय, अंकेश पाण्डेय, आकाश मिश्रा, प्रमोद पाण्डेय, नन्हे पाल, नागेन्द्र मिश्र, विवेक दूबे, मनमोहन तिवारी, सुड्डू श्रीवास्तव, वृजेन्द्र सिंह, अभिषेक, सचिन, विपिन, सन्तोष पाण्डेय, रवि मिश्रा, राम प्रसाद, राजेश मिश्रा, आदर्श मिश्र, दीपक पाण्डेय, अविनाश पाण्डेय आदि शामिल रहे।