वाराणसी। हावड़ा से दिल्ली जाने वाली पूर्वा एक्सप्रेस में तब हंगामा मच गया, जब B-2 कोच में कुछ जापानी नागरिक सफर कर रहे थे और बीच-बीच में खांस रहे थे। इतना देख उसी कोच में सफर कर बाकी यात्री भड़क गए और तत्काल ट्रेन को डीडीयू रेलवे स्टेशन पर रोका गया। हालांकि, कई यात्रियों का कहना है शिकायत करने पर कोच में पहुँची पुलिस और डॉक्टरों की टीम ने जापानी नागरिक की जांच करने के बजाय शिकायत करने वाले से ही पूछताछ शुरू कर दी। जापानी नागरिकों के दल के पास पुलिस और डॉक्टर कोई नहीं गया और ये कहते हुए उनकी ट्रेन को रवाना कर दिया गया कि वो वाराणसी उतर जाएंगे। जिसके बाद सभी जापानी नागरिक वाराणसी उतर गए और उनकी न तो जांच हुई और न उनका डिटेल्स लिया गया। जिसे लेकर यात्री रेलवे प्रशासन पर कोरोना जैसे वायरस को गम्भीरता से न लेने का आरोप लगा रहे हैं।
दरसअल, हावड़ा से चार जापानी सैलानी पूर्वा एक्सप्रेस से वाराणसी आ रहे थे। सभी जापानी सैलानी ट्रेन के एसी थर्ड टीयर के B-2 कोच में सवार थे। जैसे ही यह ट्रेन पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुँची तो जापानी यात्रियों में से कुछ को खांसी आ गयी। जिसके बाद उसी कोच में सवार बाकी यात्री हंगामा करने लगे, लेकिन सभी को दीनदयाल से समझा बुझाकर ट्रेन को रवाना किया गया। जैसे ही ट्रेन वाराणसी जंक्शन पहुँची। सभी जापानी यात्री उतर गए।
वाराणसी जंक्शन पहुँचने पर सभी जापानी सैलानियों को सीधे बीयचयू के सर सुंदरलाल हॉस्पिटल ले जाया गया और वहीं उन्हें भर्ती भी किया गया। साथ ही साथ सभी के ब्लड सेम्पल भी लिए गए। बताया जा रहा है कि, सेम्पल्स को जांच के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, कोराना वायरस से बचाव के लिए इलाके में कई जगहों पर छिड़काव किया जा रहा है।
खुद पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नगर निगम के नगर आयुक्त और महापौर ने बाकायदा एक आदेश जारी कर दिया है। जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि कोरोना वॉयरस से बचाव के लिए सभी को वाराणसी के 90 वार्डों में अलग-अलग दिन जाकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना है और साथ ही सफाई को लेकर एकदम चौकन्ना रहना है। यही नहीं इसके अलावा नगर निगम शहर के दुकानदारों को अपनी दुकानों पर व्यापार के दौरान चेहरे पर मॉक्स लगाकर बैठेने की हिदायत दी है।