सोनभद्र। कोरोना वायरस को काबू करने के लिए देश भर में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। इसके चलते हजारों लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का है, जहां पति चेन्नई में फंसा हुआ है तो इसी बात को लेकर पत्नी परेशान हो गई और बीती रात अपने तीनों बच्चों को कुएं में फेंक कर फरार हो गई। पड़ोसियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। इसके बाद सभी लोग हरकत में आए और बच्चों को बचाने की कोशिश करने लगे।
किसी भी तरह ग्रामीणों ने तीनों बच्चों को बाहर निकाला, जिसमें से दो की मौत हो गई। पुलिस ने जीवित बच्ची से घटना के बारे में पूछताछ की तो वह डर के चलते कुछ भी नहीं बता पाई। यह घटना पिंडारी थाना क्षेत्र के कैमहांडांड़ टोले की है। टोला निवासी विजय पिछले दस महीने से चेन्नई में काम कर रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन है, जिसके चलते वो घर वापस नहीं लौट पाया। इसी के चलते उसकी पत्नी देवंती परेशान थी।
बीती रात करीब साढ़े 11 बजे देवंती अपने बेटी अनु, बेटे अनुज और एक वर्षीय दीपांशु कुएं फेंक दी। पड़ोसी राम दुलारे की पत्नी के मुताबिक देवंती ने रात दरवाजा खटखटाया। बाहर आने पर बताया कि उसके बच्चे कुएं में गिरके मर गए हैं और एक जिंदा है। इसके बाद वह रोते हुए फरार हो गई। पड़ोसी महिला ने शोर मचाया तो लोग बचाव में आए। किसी तरह गांव के एक युवक ने तीनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक अनुज और दीपांशु की मौत हो गई थी। जबकि अनु जिंदा है।
बच्ची बहुत ही डरी सहमी हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस बच्ची को थाने में लाकर पूछताछ कर रही है। प्रभारी निरीक्षक श्याम बहादुर यादव ने बताया की महिला कि गांव में और उसके मायके तक तलाश की जा रही है। अनु को गांव के एक युवक ने कुएं में घुसकर बाहर निकाला। बच्ची बहुत ही डरी सहमी हुई है।