शवासन सिर्फ आपके मन को ही रिलैक्स नहीं करता, बल्कि इसकी वजह से कई बीमारियों को भी आसानी से दूर किया जा सकता है। जैसे अगर आपको इनसोमनिया की समस्या है और रात में ठीक से नींद नहीं आती तो आपको शवासन का अभ्यास करना चाहिए।
स्वास्थ्य । शवासन एक ऐसा आसन है, जिसे योगाभ्यास के अंत में किया जाता है। दरअसल, योगासन करते समय शरीर में थकान का अहसास हो सकता है। ऐसे में आखिरी में तन व मन को रिलैक्स करने के लिए शवासन किया जाता है। यह एक बेहद ही आसान आसन है। इस आसन को करते समय आपको एक शांत जगह पर लेटकर अपने शरीर को ढीला छोड़ना होता है। चूंकि इसमें किसी भी तरह के शारीरिक कसरत की जरूरत नहीं होती, इसलिए शवासन किसी भी उम्र का व्यक्ति बेहद आसानी से कर सकता है। जब आप इस आसन को करके उठते हैं तो आपके शरीर में एक गजब ऊर्जा का संचार होता है। तो चलिए आज हम आपको शवासन करने के कुछ बेहतरीन लाभों के बारे में बता रहे हैं−
दूर करें तनाव
शवासन के दौरान सिर्फ शरीर को ही आराम नहीं मिलता, बल्कि मन भी शांत होता है। जो लोग नियमित रूप से शवासन का अभ्यास करते हैं, उन्हें स्टेस को मैनेज करने में मदद मिलती है।
ऊर्जा का संचार
शवासन करने का दूसरा लाभ यह है कि यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। दरअसल, जब आपका तन−मन बहुत अधिक थका हुआ होता है तो किसी काम में मन नहीं लगता। लेकिन जब आप कुछ देर के लिए शवासन करते हैं तो सारी थकान बेहद आसानी से दूर हो जाती है, जिससे आपको अपना तन−मन फिर से ऊर्जावान महसूस होता है।
बढाएं एकाग्रता
शवासन के दौरान आंखें बंद करके मन को एकाग्र किया जाता है। यह कुछ ऐसे ही है, जैसा हम मेडिटेशन में करते हैं। शवासन के अभ्यास के समय भी व्यक्ति एक गहरी ध्यान की स्थिति में पहुंच जाता है। जिस तरह मेडिटेशन करने से याददाश्त व एकाग्रशक्ति बढ़ती है, ठीक उसी तरह शवासन करने से भी एकाग्रता, ध्यान व याददाश्त पहले से कहीं अधिक बेहतर होती है।
दूर करें बीमारियां
शवासन सिर्फ आपके मन को ही रिलैक्स नहीं करता, बल्कि इसकी वजह से कई बीमारियों को भी आसानी से दूर किया जा सकता है। जैसे अगर आपको इनसोमनिया की समस्या है और रात में ठीक से नींद नहीं आती तो आपको शवासन का अभ्यास करना चाहिए। नींद ना आने का एक कारण तनाव भी है और शवासन करने से इस समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अगर आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है तो भी यह आसन आपके लिए बेहद लाभकारी है।
मिताली जैन