दिल्ली के CM करविंद केजरीवाल ने कहा है कि सोमवार सुबह 6 बजे से दिल्ली के अंदर लॉकडाउन लागू किया जाएगा, यह 31 मार्च तक लागू रहेगा। कोई भी प्राइवेट ट्रांसपोर्ट नहीं चलेगा। दिल्ली में अभी तक 27 मामले सामने आए हैं - उनमें से 6 को वायरस एक दूसरे से फैला है, 21 विदेशी देशों से ही वायरस से संक्रमित होकर आए थे। दिल्ली पुलिस ने कहा कि सभी विधानसभाओं / प्रदर्शनों / जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी सभाओं - सामाजिक / सांस्कृतिक / राजनीतिक / धार्मिक / शैक्षणिक / खेल आयोजन / संगोष्ठी पर प्रतिबंध लगाया गया। सब्जियों / फलों / आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी साप्ताहिक बाजारों पर प्रतिबंध है।
दिल्ली CM: दिल्ली में अभी तक 27 मामले सामने आए हैं - उनमें से 6 को वायरस एक दूसरे से फैला है, 21 विदेशी देशों से ही वायरस से संक्रमित होकर आए थे।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 15 जिलों में अगले तीन दिनों के लिये लॉक डाउन घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘ प्रदेश की जनता ने जनता कर्फ्यू’ में सराहनीय योगदान किया है। हमारा यह कार्यक्रम अभी जारी रहेगा। ऐसे 15 जिले जहां कोरोना वायरस को कोई भी व्यक्ति प्रभावित है, या उसे पृथक किया गया है, उन जनपदों को 23 से 25 मार्च तक पूरी तरह लॉक डाउन किया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि इन जिलों में आगरा, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर शामिल हैं।
योगी आदित्यनाथ: राज्य के इन 15 जिलों को 23 मार्च से 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया जाएगा।
योगी ने कहा कि इन जिलों के सभी नागरिकों से अपील है कि वे कहीं बाहर न निकलें। अनावश्यक भीड़ न लगाएं और सार्वजनिक स्थानों पर न जाए, क्योंकि वे उस दौर में खड़े हैं, जहां थोड़ी सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। इन जिलों में पूरी तरह पुलिस और प्रशासन की गश्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ लॉक डाउन के दायरे में आने वाले जिलों में किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं होगी। अगले 23 से 25 मार्च तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। हम इसके बारे में कल फिर समीक्षा करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इन जिलों में जनता की सहायता के लिये हम पूरे प्रदेश में राज्य पुलिस की 112 सेवा के लगभग 3000 चौपहिया और 1500 दोपहिया वाहन से सुरक्षा के साथ—साथ आवश्यक सामग्री भी पहुंचाएंगे। किसी आपात स्थिति में अगर किसी परिवार को जरूरत होगी तो 112 सेवा उसके लिये उपलब्ध रहेगी।