श्रीनगर। घाटी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी जिलों में लगाई गई पाबंदियों के कारण कश्मीर में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन एक तरह से बंद की स्थिति रही। कश्मीर में संक्रमण के एक मामले की पुष्टि हुई है। इस बीच, जम्मू कश्मीर में अधिकारियों ने कोरोना वायरस के कारण शैक्षणिक संस्थानों में 31 मार्च तक अकादमिक कार्य निलंबित किए जाने पर सभी शिक्षकों को अगले आदेश तक घरों में रहने के शुक्रवार को निर्देश दिए। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव असगर सामून ने एक आदेश जारी कर कहा कि कक्षाएं निलंबित होने के कारण स्कूलों में किसी शिक्षक को आने की आवश्यकता नहीं है।’’ हालांकि, हेडमास्टर, जोनल शिक्षा अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी और केंद्र प्रायोजित योजनाओं में शामिल इंजीनियरों को काम पर आने लेकिन सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए एहतियातन तौर पर घाटी के सभी जिलों में लोगों की आवाजाही और उनके एकत्रित होने पर पाबंदियां लगाई गई। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों को तैनात किया गया और श्रीनगर तथा अन्य स्थानों पाबंदियों को लागू करने तथा लोगों की आवाजाही पर लगाम लगाने के लिए कांटेदार तार समेत बैरिकेड लगाए गए। उन्होंने बताया कि केवल सरकारी और आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों को वैध पहचान पत्र, मीडियाकर्मियों और आपात सेवाओं को ही आवाजाही की अनुमति है। अधिकारियो ने बताया कि पुलिस ने सुबह पाबंदियों की घोषणा करने के लिए लाउडस्पीकरों से लैस वाहनों का इस्तेमाल किया और लोगों से घरों में रहने तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि घाटी के ज्यादातर हिस्सों में शुक्रवार को दुकानें, पेट्रोल पम्प और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि सार्वजनिक यातायात भी निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों ने बनिहाल-श्रीनगर-बारामुला मार्ग पर ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी। ऐसी खबरें थी कि ट्रेनों में बहुत ज्यादा भीड़ है जिससे यात्रियों की जांच करना मुश्किल हो गया है। कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान पहले ही बंद हैं जबकि जिमखानों, पार्कों, क्लबों और रेस्तरां समेत सभी सार्वजनिक स्थान बंद कर दिए गए हैं।
शहर के खानयार इलाके में सऊदी अरब से उमरा करने के बाद 16 मार्च को लौटी 67 वर्षीय महिला के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाए गए। संक्रमित महिला को लौटने पर पृथक न रखने के कारण अधिकारियों को उसके आवास के 300 मीटर के दायरे में आने वाले इलाकों को सील करना पड़ा। महिला से संपर्क रखने वाले उसके कई रिश्तेदारों को जांच कराने की सलाह दी गई जबकि मरीज के सीधे संपर्क में न आने वाले लोगों को दो हफ्तों के लिए खुद को पृथक रखने के लिए कहा गया। श्रीनगर जिले में विषाणु को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने घर-घर जाकर निरीक्षण करने और संक्रमित महिला के आसपास के इलाके के नमूने एकत्रित करने के लिए बृहस्पतिवार को 21 चिकित्सा दलों का गठन किया। श्रीनगर के महापौर जुनैद अजीम मट्टू ने शुक्रवार को कहा कि संक्रमित महिला जहां-जहां गई थी उस जगह को संक्रमण से मुक्त करने के लिए 60 सदस्यों के साथ 12 दस्तों को काम में लगाया गया है। मट्टू ने कहा कि मस्जिदों, सार्वजनिक स्थलों, बाजारों, गलियों और सभी संवेदनशील स्थानों को संक्रमण मुक्त करने के लिए शहर भर में श्रीनगर नगर निगम की टीमें तैनात रहेंगी। उन्होंने लोगों को शुक्रवार की नमाज इकट्ठा होकर पढ़ने से बचने की सलाह दी है।