बस्ती।(एनआरसी) में भर्ती कुपोषित बच्चों की माताओं को कोरोना के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें स्वच्छता व बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। माताओं को केवल जरूरी काम से ही वार्ड से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है।
एनआरसी वार्ड के नोडल डॉ. नवल वर्मा ने बताया कि इस समय वार्ड में छह बच्चों का इलाज चल रहा है। सभी स्टॉफ से कहा गया है कि जब भी किसी बच्चे की माता बाहर से वार्ड के अंद आए, उसे हाथ धोने के लिए कहा जाए। वार्ड से बाहर जाते समय वह अपना मुंह ढंक कर ही बाहर निकलें। अस्पताल परिसर में इधर-उधर न जाएं तथा बाहरी लोगों से कतई न मिलें-जुले। उनसे यह भी कहा गया है कि अपने घर वालों को सूचित कर दें कि आवश्यक न हो तो वे वार्ड में न आएं। बुखार-जुकाम व खांसी आदि की शिकायत होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। उन्होंने बताया कि वार्ड में कुपोषित बच्चों को भर्ती किया जाता है, इसलिए इनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। किसी भी रोग से उनके प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है। सजगता व स्वच्छता से ही बच्चों का बचाव किया जा सकता है।
एनआरसी वार्ड की इंचार्ज सिस्टर सुधा का कहना था कि वार्ड में जो भी सिस्टर व इंचार्ज तैनात हैं, उन्हें कायाकल्प कार्यक्रम के तहत पूर्व में ही स्वच्छता को लेकर प्रशिक्षित किया जा चुका है। हाथों की सफाई से लेकर वार्ड में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है। वार्ड में आने वाले बच्चों की माताओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है। कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। जो भी स्टॉफ ड्यूटी पर रहता है, वह गाइड लाइन का पालन सख्ती से करा रहा है। माताओं का भी सहयोग मिल रहा है।
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