बस्ती। कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को सुबह सात बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। यह स्थिति जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक बनी रही है। पुलिस टीम, आरपीएफ के जवानों और रेलवे कर्मियों ने लोगों को रुकने की अपील भी की। वहीं डीएम और एसपी ने भ्रमण कर जायजा लिया और बाहर से आए लोगों से पूछताछ की। शहर में एका दुक्का स्थान पर जनता और पुलिस में तकरार हुई पुलिस ने लाठी भी भांजी । डा0 बी0के0 वर्मा ने सड़क पर निकले कुछ लोगो में पर्चा बांटकर लोगो को जगृत किया ।
सड़क पर इक्का-दुक्का वही लोग नजर आए, जो किसी ट्रेन या अन्य सवारी से कहीं बाहर से लौटे थे। शहर में एक दो दवा की दुकानों के अलावा किसी भी चीज की दुकानें खुली नहीं मिली। रविवार को छुट्टी की वजह से गांधीनगर और पुरानी बस्ती की किराना मंडी में काफी भीड़भाड़ रहती है। मगर इस रविवार को न ग्राहक थे न दुकानदार ही नजर आ रहे थे।
जनता कर्फ्यू के दौरान एसपी हेमराज मीणा ने शहर के क्षेत्रों का भ्रमण किया। रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर ड्यूटी में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को मुंबई से आने वाले यात्रियों का थर्मल स्कैनिंग कराने को कहा। निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पंकज व क्षेत्राधिकारी सदर गिरीश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।सूत्रों के अनुसारके अनुसार लोग जनता कर्फ्यू को लेकर काफी गंभीर दिखे। पूरे क्षेत्र में कहीं कोई हलचल नजर नहीं आई। कुछ महिलाएं बच्चों को पढ़ाकर तो कुछ गृहस्थी का काम निपटाती नजर आईं। पं. महादेव शुक्ल कृषक पीजी कॉलेज गौर के प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार सिंह सपरिवार टीवी से चिपके रहे। उन्होंने बताया कि घर के छोटे मोटे काम सुबह ही निपटा लिया। पुरुषोत्तमपुर में निवासी सूरज पांडेय घर में बच्चों के साथ समय बिताते नजर आए। गौर बाजार के व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों को बंद कर रखा।
प्रतिनिधि के अनुुसार जनता कर्फ्यू असर पूरे क्षेत्र में रहा। नगर बाजार, हथिया भोयर, अठदमा, रौसिंघापार, बिरऊपुर, करहली, नचना, पोखराबाजार, पोखरनी, खड़ौआ, बभनियांव समेत पूरे क्षेत्र में लोग घरों में रहे।
नगर पुलिस ने डुग्गी मुनादी कर लोगों से घरों में रहने की अपील की। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आए। मानिकचंद प्रतिनिधि के अनुसार जनता कर्फ्यू का जायजा लेने एसडीएम भानपुर आशाराम वर्मा, तहसीलदार केशरीनंदन त्रिपाठी थानाध्यक्ष वाल्टरगंज विकास यादव ने मानिकचंद, पुरैना, पैड़ा, मुस्तफाबाद, जमदाशाही, मीर मझौआ, गौरा, मनौरी चौराहे पर माईक लेकर लोगों से घरों में रहने की अपील करते नजर आए। हल्का लेखपाल विनोद चौधरी व बालकृष्ण उपाध्याय मानिकचंद पुरैना में घूमकर लोगों को कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करते नजर आए।
टिनिच प्रतिनिधि के अनुुसार गांव की गलियों से लेकर बाजार चौराहे सन्नाटा रहा। अजय अग्रहरि, संदीप मिश्र आदि युवाओं ने बताया कि वह प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप हम बंद में सहयोग कर रहे हैं।
बड़े वन चौराहे पर चौकी प्रभारी विनोद यादव ने सहयोगियों के साथ आवागमन पर नजर रखी। महादेवा व लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार बाजार में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर रहा। सड़क पर कहीं छिटपुट भी कोई नजर नहीं आ रहा था।
छावनी प्रतिनिधि के अनुसार, कस्बे सहित गांवों में गुमटियों में चलने वाली छोटी मोटी दुकाने भी बंद रहीं। फोरलेन, रामजानकी मार्ग के अलावा छावनी-प्रतापपुर मार्ग, खेसुआ-वीडी बांध मार्ग, अमोढ़ा - धिरौली बाबू, छावनी - रामगढ़ आदि महत्वपूर्ण सड़कों पर आवागमन ठप रहा। प्रतापपुर गांव के दिनेश सिंह का कहना है पहली बार इतना सफल बंदी दिखी। कोरोना को भगाने में पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है। गांवों रहने वाले लोग भी बाहर नहीं निकले।
सूत्रों के अनुसार जनता कर्फ्यू का असर सल्टौआ, भिरिया, सोनहा, पचमोहनी, जिनवा, रुद्रपुर, करीमनगर, सूरतगढ़, देईपार आदि जगहों में रहा। लोग घरों में आराम फरमाते रहे। पुलिस व तहसील प्रशासन सुबह से ही माइक लेकर लोगों से घरों में रहने की अपील करता रहा।
प्रशासन करता रहा घर में रहने की अपील
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री अपील पर क्षेत्रभर में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर नजर आया। प्रतिनिधि के अनुसार कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। महराजगंज, ओझागंज, भुड़कुलगंज, तिवारीगंज, बेलघाट, दुबौला, जिलेबीगंज, बिहरा गेट, महुलानी, वायरलेस चौराहा आदि जगहों पर सन्नाटा पसरा रहा
। सीओ हर्रेया शिव प्रताप सिंह ने हाइवे पर खुले ढाबों को बंद कराया। दुबौलिया प्रतिनिधि के अनुसार बिशेषरगंज, रमवापुर, तुर्कीपुर, दुबौलिया, शुकुलपुरा, चिलमा, डेईडिहा आदि क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा रहा। राम जानकी मार्ग पर सीओ कलवारी अनिल सिंह व प्रभारी निरीक्षक ब्रह्म गौड़ मय टीम डटे रहे। सरयू पार खेती के काम से जाने वाले किसान भी घरों में रहे। उनकी नावें घाटों ही बंधी रहीं।
कोरोना वायरस को लेकर संवेदनशील जिले में ट्रेन से पहुंचे यात्रियों के बुखार जांचने के लिए थर्मल स्कैनर से डाक्टरों की पांच टीमों ने डीएम आशुतोष निरंजन की अगुवाई में जांच की। यहां एसीएमओ डा. फख्रेयार हुसैन, डा. सीएके वर्मा व डा. सीएल कन्नौजिया को नेतृत्व दिया गया था। सुबह कुशीनगर एक्सप्रेस जो मुंबई से आई थी करीब आठ बजे पहुंची, उसमें से उतरे वाले करीब पांच सौ तथा कुर्ला स्पेशल सहित सात ट्रेनों के करीब छह हजार यात्रियों की जांच की गई। इसमें मात्र चार को हल्का बुखार पाया गया, जिसमें दो सिद्धार्थनगर व दो संतकबीर नगर जिले के यात्री थे। उन्हें हिदायत के साथ घर भेज दिया गया।
नगर पालिका की ओर से कोरोना वायरस से बचाव के लिए शहर के सभी वार्डो के मुख्य मार्ग को सैनिटाइज्ड किया गया। पालिकाध्यक्ष रुपम मिश्र के निर्देश पर ईओ अखिलेेश त्रिपाठी व सफाई निरीक्षक सोम कुमार की देखरेख में दवा का छिड़काव दिन भर चलता रहा।
यात्रियों के लिए पांच बसें, दो दर्जन बोलेरो व आटो तैनात
जनता कर्फ्यू के चलते वाहनों के संचालन पर रोक थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने रेल यात्रियों के लिए गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। यहां यातायात निरीक्षक कामेश्वर सिंह व एसओ पुरानी बस्ती सर्वेश राय ने पांच बस, दो दर्जन बोलेरो व आटो को लगाया था। इसकी निगरानी खुद डीएम आशुतोष निरंजन, एसपी हेमराज मीणा कर रहे थे। यहां एसडीएम सदर श्रीप्रकाश शुक्ल, तहसीलदार पवन जायसवाल की टीम को नजर रखने के लिए लगाया गया