प्रधानमंत्री मोदी ने सभी लोगों को प्रेरित किया कि समस्या चाहे कितनी बड़ी और गंभीर हो संकल्प और संयम से उसका समाधान अवश्य निकलेगा, जनता कर्फ्यू के दौरान देश की जनता ने संकल्प व संयम के उनके मंत्र पर आज अमल भी किया।
लेख । सारी दुनिया आज एक कोरोना वायरस नामक गम्भीर लाइलाज़ बीमारी के संकट से युद्ध जैसी आपातकाल की स्थिति से गुजर रही है, विश्व के अधिकांश देशों में इस कोरोना वायरस के हमले के चलते बने हालातों की विभीषिका देखकर हर किसी का मन द्रवित हो उठता है, कोरोना संक्रमण के हमले के चलते विश्व में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है दुनिया में किसी को भी इस दुश्मन पर विजय प्राप्त करने का कोई कारगर अस्त्र व शस्त्र अभी तक नहीं मिल रहा है, ताकतवर से ताकतवर देश भी अभी तक इस दुश्मन को मुँहतोड़ जवाब देने में अपने आपको लाचार व कमजोर महसूस कर रहा है, बेखौफ होकर कोरोना वायरस नामक यह दुश्मन लोगों को अपना शिकार बना कर उनकी अनमोल जानों को लील रहा है। इस कोरोना वायरस के चलते सारी दुनिया ठप पड़ गयी है सभी को जबरदस्त ढंग से आर्थिक व जानमाल का नुकसान हो रहा है। कोरोना वायरस से बचाव करने के एकमात्र सबसे कारगर उपाय के चलते पूरी दुनिया इस समय धीरे-धीरे लगभग अपने आप या सरकार की पहल पर लॉक डाउन की स्थिति में जा रही है। भारत के साथ-साथ अधिकांश देशों ने अपनी सभी सीमाओं को बंद कर इस वायरस के जड़ से खात्मे के लिए उसके खिलाफ एलान-ए-जंग कर रखा है, लेकिन कोरोना के खिलाफ इस अघोषित युद्ध में अभी तक किसी भी देश को कोई ठोस कामयाबी हासिल नहीं हुई है। आज की परिस्थितियों में केवल सावधानी से बचाव ही इसका इलाज है।
आज मानव सभ्यता के सबसे बड़े दुश्मन बन चुके इस कोरोना वायरस ने अब भारत के लोगों को भी धीरे-धीरे अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है। लेकिन भारत के शासन-प्रशासन के समय से ही किये गये बचाव के उपायों ने व जागरूक देशवासियों की समझदारी के बलबूते इस कोरोना वायरस वाले दुश्मन को भारत ने मुँहतोड़ जवाब देना शुरू कर दिया है। भारत में अभी तक इस वायरस से 400 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि कोरोना वायरस ने विश्व के अलग-अलग लगभग 180 देशों को अपनी गिरफ्त में लेकर लाखों लोगों को इस बीमारी से ग्रसित करके, लगभग 11 हजार लोगों की जान ले ली है। कोरोना वायरस से आज पूरी दुनिया डरी सहमी हुई है। लेकिन हमारी सरकार व हम सभी की समझदारी से भारत में इस वायरस के संक्रमण पर अभी तक बहुत हद तक नियंत्रण है।
भारत में अभी तक यह केवल विदेश से वापस आये लोगों में या उनके सम्पर्क में आये कुछ लोगों में पाया गया है। इस वायरस के सामुदायिक स्तर पर फैलने के गम्भीर खतरों से देश की जनता को बचाने के लिए उनको जागरूक करने के लिए, कोरोना के इस मसले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता से राष्ट्र के नाम संबोधन में 19 मार्च 2020 को शाम 8 बजे रूबरू हुए और अपनी वाकपटुता का परिचय देते हुए बड़े ही बेबाक अंदाज में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश की जनता को जागरूक करके तैयार किया। इसके लिए उन्होंने जनता को संकल्प और संयम के दो ब्रह्मास्त्र दिए। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सबसे बड़ी बात कही देश में जनता कर्फ्यू लगाने की, जो प्रयोग पूर्ण रूप से सफल रहा। पीम मोदी के आवाह्न पर शाम 5 बजे 5 मिनट तक लोगों ने कोरोना वायरस के खतरे से लोगों को बचा रहे सभी योद्धाओं, डॉक्टरों व अन्य सभी लोगों का ताली, थाली व शंखनाद करके आभार व दिल से धन्यवाद व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट की गम्भीरता को समझाते हुए देशवासियों को बचाने के लिए उनसे अपने दिल की बात की थी और उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि समस्या चाहे कितनी बड़ी और गंभीर हो संकल्प और संयम से उसका समाधान अवश्य निकलेगा, जनता कर्फ्यू के दौरान देश की जनता ने संकल्प व संयम के उनके मंत्र पर आज अमल भी किया। जनता कर्फ्यू यानी जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू था। जनता कर्फ्यू के सफल प्रयोग के रूप में इस लाइलाज़ कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक जबरदस्त ब्रह्मास्त्र मिल गया है। जिसका प्रयोग अब देश के कुछ राज्य लगातार कुछ दिन करने के पक्ष में लग रहे हैं। जिसमें दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि ने तो इसकी घोषणा भी कर दी है, मौजूदा परिस्थिति में इस जनता कर्फ्यू के ब्रह्मास्त्र के द्वारा कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
देश में जब तक कोरोना का प्रकोप है, तब तक हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि बेहद आवश्यक कार्य के बिना कोई भी नागरिक अपने घरों से बाहर न निकलें, न सड़क पर जाएं, न सोसायटी में एकत्र हों, लोग अधिकतर अपने घरों में ही रहें। कोरोना की इस लाइलाज़ बीमारी का इलाज़ आज की तारीख में केवल बचाव ही है, हम लोग अधिक से अधिक समय अपने घर में रहकर बितायें और अगर किसी से मुलाकात करनी पड़े तो मिलने में आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर बिना हाथ मिलायें, भारतीय संस्कृति के अनुसार नमस्कार के द्वारा अभिवादन करके मिले।
कोरोना वायरस के संक्रमण को होने से रोकने में हर व्यक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है, गायिका कनिका कपूर की तरह किसी भी एक व्यक्ति की लापरवाही ना जाने कितने लोगों को इस कोरोना के वायरस से संक्रमित कर सकती है। इस वायरस से सुरक्षा के लिए हम सभी को अल्कोहल वाले सैनिटाइज़र का हाथ साफ करने में लगातार इस्तेमाल करते रहना है या साबुन से सही तरीक़े से 20 सेकंड तक जल्दी-जल्दी अपने हाथ साफ़ करते रहना है। खांसने और छींकने के दौरान टिश्यू पेपर से या कोहनी को मोड़कर, अपनी नाक और मुंह को अवश्य ढकें। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना है। ठंड या फ्लू जैसे लक्षणों वाले किसी भी व्यक्ति के साथ निकट संपर्क कम से कम 1 मीटर तक रखने पर आप संक्रमित होने से बचते हैं। घर से बाहर कम से कम जायें, भीड़भाड़ वाली जगह पर बिल्कुल ना जायें। वैसे प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ हम सभी देशवासियों को बेहद उम्मीद है कि इस कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाने से रोकने में जनता कर्फ्यू अवश्य कारगर साबित होगा।
पीएम मोदी के इस ब्रह्मास्त्र की मार को सफल बनाने के लिए बहुत सारे जागरूक देशवासियों ने तो उस पर तुरंत ही अमल करना शुरू कर दिया था, रेलवे ने भी अपनी 2400 ट्रेनों को 22 मार्च को 24 घंटे के लिए बंद करने की घोषणा करने का एतिहासिक निर्णय लेकर जनता कर्फ्यू को सफल बनाया। कोरोना वायरस की कमर तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर जहां समझदार लोग लगातार घोषणा वाले दिन से अमल कर रहे है, वहीं कुछ नासमझ लोगों की अभी भी जबरदस्त लापरवाही जारी, महाराष्ट्र में सरकार के द्वारा बंदी की घोषणा के चलते लोगों के अपने घरों को वापस जाने के उतावलेपन में जिस तरह से मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर भारी भीडभाड़ नजर आयी थी वो स्थिति देशवासियों के लिए आने समय में घातक हो सकती है, वहीं कुछ लोग महामारी से जूझ रहे समय में भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं सीएए व एनआरसी के विरोध में चल रहे धरने उसका उदाहरण हैं, बाकी देश की समझदार जनता देशहित में लगातार जनता कर्फ्यू में शामिल होने के पक्षधर है। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण से सावधानी के साथ सुरक्षा बरत कर सामाजिक रूप से दूरी बनाना ही इसका इलाज है, पूरे विश्व में अभी तक बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है। इस कारगर मंत्र के साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ भारत के सभी आम और खास जागरूक नागरिकों ने देश व समाज के हित में जबरदस्त एलान-ए-जंग की घोषणा कर दी है। कोरोना को हराना है देश से भगाना है।
-दीपक कौल