पटना। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर को अगले 21 दिनों तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों से 21 दिनों के लिए अपने घरों में ही रहने की अपील की है। इस फैसले के बाद देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं। बस हो या ट्रेन, हवाई जहाज या ऑटो तक पर रोक है। पीएम ने लोगों से यह भी अपील की है कि जो लोग जहां हैं वह वहीं रहें। अपने घर, गांव लौटने की होड़ न लगाएं, लेकिन लोग अपने घर जाने के लिए बेताब दिखे।
राजस्थान के एक कोल्ड स्टोर में काम करने वाले 14 मजदूरों को जब कोई साधन नहीं मिला तो वह पैदल ही अपने घर बिहार के लिए चल पड़े। ये मजदूर तीन दिनों तक लगातार चलने के बाद आगरा पहुंचे। इस दौरान सड़क पर भूख-प्यास की वजह से उनकी हालत बेहद खराब हो गई। तीन दिनों की यात्रा के बाद भी अभी उन्हें अपने घर पहुंचने के लिए अभी करीब 1000 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
इन मजदूरों ने एक पत्रकार से बातचीत में बताया कि वो सभी जयपुर के एक कोल्ड स्टोरेज में काम करते थे। 25 दिन पहले ही उन्होंने काम शुरू किया था। इसी बीच कोरोना वायरस की वजह से पूरे जयपुर को लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन होने के बाद कोल्ड स्टोरेज के मालिक ने उन्हें 2000 हजार रुपए दिए और घर लौट जाने को कहा।
मजदूरों के मुताबिक, जयपुर में रहने के लिए उनके पास ठिकाना नहीं है। ऐसे में उन्हें घर ही लौटना था। वह घर लौटने के लिए निकले तो बस, ट्रेन या कोई और साधन नहीं मिला। इसके बाद वह पैदल ही घर के लिए चल पड़े। तीन दिनों में आगरा पहुंचने के दौरान उन्हें रास्ते में कई दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। मजदूरों ने बताया कि जब वो जयपुर से पैदल निकले तो उन्हें कर्फ्यू की वजह से कई जगह पुलिस ने रोका, लेकिन किसी वाहन से नहीं होने की वजह से उन्हें जाने दिया गया।